‘भगोड़े’ भारतीयों को झटका, ब्रिटेन ने खत्म किया धनी लोगों के लिए गोल्डेन वीजा

punjabkesari.in Friday, Dec 07, 2018 - 01:49 PM (IST)

लंदनः ब्रिटिश सरकार ने धनी लोगों को दी जाने वाली 'गोल्डेन वीजा' की सुविधा को अनिश्चित काल के लिए निलंबित कर दिया है। ब्रिटेन में 76 भारतीय अरबपति भी इस वीजा सुविधा का लाभ उठाकर स्थायी रूप से वहां रह रहे हैं। सरकार के अनुसार दुरुपयोग की आशंका से इस वीजा सुविधा को निलंबित किया गया है।

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ब्रिटेन में टीयर-1 स्तर के निवेशक भारतीयों को फास्ट ट्रैक रूट से यह वीजा दिया जाता है। ये ब्रिटेन में करोड़ों रुपए का निवेश करने की योजना के साथ वहां आते हैं। गोल्डेन वीजा की यह सुविधा शुक्रवार रात से निलंबित कर दी गई। अगले साल बनने वाले नए नियमों तक यह व्यवस्था निलंबित रहेगी।

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आधिकारिक आंकड़ों की मानें तो करीब 76 भारतीय करोड़पति, इस वीजा कैटेगरी का प्रयोग करते हैं। साल 2009 से यूके में स्‍थायी तौर पर बसने के लिए इस वीजा का प्रयोग किया जा रहा है। साल 2013 में इस वीजा के लिए सबसे ज्‍यादा 16 भारतीयों ने अप्‍लाई किया था तो पिछले वर्ष सात भारतीयों ने इसके लिए अप्‍लाई किया।  

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ब्रिटेन की आव्रजन मामलों की मंत्री कैरोलिन नोक्स ने कहा है कि असली और वास्तविक निवेशकों के लिए उनके देश के द्वार खुले हुए हैं। ऐसे लोग ब्रिटेन आकर हमारी अर्थव्यवस्था और कारोबार को बढ़ावा देने में सहयोग कर सकते हैं लेकिन हम उन लोगों से सावधान हैं जो केवल नियमों का लाभ उठाकर अपने मतलब के लिए ब्रिटेन आ रहे हैं और यहां बस जा रहे हैं। ऐसे मतलबी लोगों को ध्यान में रखकर ही नियमों में बदलाव किए जाएंगे।

क्या है गोल्डन वीजा?
इस योजना के जरिए कोई भी व्यक्ति 20 लाख पाउंड का निवेश ब्रिटेन में करने के बाद वहां रहने के लिए वीजा हासिल कर सकता था और 5 साल के बाद वहां अनिश्चितकाल तक अवकाश (आईएलआर) बिताने का हकदार बन जाता है। निवेश की रकम 50 लाख पाउंड होने पर आईएलआर की योग्यता 3 साल में ही मिल जाती है और 1 करोड़ पाउंड के निवेश पर निवेशक अपने परिवार के साथ दो साल में ही वहां अनिश्चतकाल तक रहने का हक हासिल कर लेता है।

जमकर हो रहा उपयोग

  • 76 भारतीय अमीरों ने इस वीजा का इस्तेमाल किया 2009 से अब तक
  • 16 भारतीयों को 2013 में मिला इसका लाभ, जबकि 7 ने 2017 में लिया गोल्डन वीजा
  • 1000 से भी ज्यादा गोल्डन वीजा लेने में चीनी व रूसी अमीर रहे 2017 में सबसे आगे

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jyoti choudhary

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