नोटबंदी के बाद सोने और फर्जी कंपनियों में खपाया गई थी ब्लैक मनी: IT सूत्र

punjabkesari.in Wednesday, May 03, 2017 - 06:21 PM (IST)

नई दिल्लीः नोटबंदी के बाद ब्लैक मनी से बड़े पैमाने पर सोने की खरीदारी की गई थी या फिर इन अज्ञात पैसों को फर्जी कंपनियां बनाकर उसमें खपाया गया था। नोटबंदी के बाद देशभर में पड़े छापों के दौरान यह जानकारी सामने आई थी। आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया कि ब्लैक मनी रखने वाले लोगों ने ये पैसे बैंकों में डिपॉजिट नहीं किए क्योंकि वे अपनी पहचान गुप्त रखना चाहते थे। नोटबंदी के दौरान कई जूलर्स ने लोगों की ब्लैक मनी को सोने में बदल दिया। जांच में शामिल रहे एक अधिकारी ने कहा कि पिछले साल 8 नवंबर को पी.एम. नरेंद्र मोदी की नोटबंदी की घोषणा के बाद लोगों ने अपनी ब्लैक मनी को सोने और जूलरी खरीदने में लगा दी। जूलर्स ने इसके बाद अलग-अलग बिल देकर लोगों की असली पहचान छिपा ली।  
 

आयकर विभाग ने जूलर्स से सवाल पूछा था कि कैसे नोटबंदी के बाद उनके पास इतनी मांग बढ़ी, खासतौर पर त्योहारी सीजन बीत जाने के बाद। आयकर रेडार के निशाने पर आए सेंको गोल्ड लिमिटेड के चेयरमैन शंकर सेन ने बताया, 'हमने सभी खरीदारों द्वारा दिए गए नाम और कॉन्टैक्टस के आधार पर सारा रेकॉर्ड रखा है। हम इस मामले में विभाग की जांच में मदद कर रहे हैं और उन्हें सभी दस्तावेज मुहैया करा रहे हैं। उन्होंने कहा किजूलर्स के लिए यह जांच पाना काफी मुश्किल है कि खरीदार ने सही जानकारी दी है या नहीं। खासकर तब जब खरीदारी दो लाख रुपये से कम की हो। गौरतलब है कि आयकर विभाग ने 29 नवंबर के बाद ब्लैक मनी वालों के खिलाफ जांच तेज कर दी थी। दरअसल इस समय तक विभाग सीबीडीटी और अन्य एजेंसियों से पैसों के मूवमेंट पर सूचनाएं एकत्र कर रहा था। 
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News