सोने-चांदी की कीमतों में बड़ा बदलाव, जानिए आज के रेट्स

punjabkesari.in Wednesday, Sep 02, 2020 - 12:52 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः वैश्विक संकेतों और मजबूत रुपए के बीच आज भारतीय बाजारों में सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। मंगलवार को सोना 51,502 रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ, आज 53 रुपए की गिरावट के साथ 51,449 रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर पर खुला। शुरुआती कारोबार में सोना गिरता ही चला गया। ऐसा भी वक्त आया जब सोने ने 51,450 का उच्चतम स्तर तो छुआ ही, लेकिन 51,257 के न्यूनतम स्तर तक भी जा पहुंचा यानी शुरुआती कारोबार में ही सोने में 192 रुपए तक की गिरावट देखने को मिली।

आज चांदी गिरावट के साथ 67,600 रुपए प्रति किलो के स्तर पर खुली। ये गिरावट देखते ही देखते 1000 रुपए के स्तर को भी पार कर गई। शुरुआती कारोबार में ही चांदी ने 67,688 रुपए प्रति किलो का उच्चतम स्तर और 67,288 रुपए प्रति किलो का न्यूनतम स्तर छू लिया।

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सर्राफा बाजार में कल सोने में दिखी थी तेजी
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने में तेजी आने के बाद स्थानीय सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोने का भाव 418 रुपए की तेजी के साथ 52,638 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। पिछले कारोबारी सत्र में सोना 52,545 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय बाजारों में तेजी आने के अनुरूप दिल्ली में 24 कैरेट सोने की हाजिर कीमत में 418 रुपए की तेजी आई, हालांकि रुपए में लाभ दर्ज होने से सोने की तेजी पर कुछ अंकुश लग गया।’’ 

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कल चांदी का सर्राफा बाजार में भाव
कल सर्राफा बाजार में सिर्फ सोने में ही बढ़त नहीं देखी गई, बल्कि चांदी को भी भारी लिवाली का समर्थन मिला और इसकी कीमत 2,246 रुपए की तेजी के साथ 72,793 रुपए प्रति किग्रा पर पहुंच गई जो विगत कारोबारी सत्र में 70,547 रुपये प्रति किग्रा पर बंद हुई थी। जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी का भाव मामूली तेजी के साथ 28.77 डॉलर प्रति औंस बोला जा रहा था।

कोरोना काल में सोना बना वरदान
सोना गहरे संकट में काम आने वाली संपत्ति है, मौजूदा कठिन वैश्विक परिस्थितियों में यह धारणा एक बार फिर सही साबित हो रही है। कोविड-19 महामारी और भू-राजनीतिक संकट के बीच सोना एक बार फिर रिकॉर्ड बना रहा है और अन्य संपत्तियों की तुलना में निवेशकों के लिए निवेश का बेहतर विकल्प साबित हुआ है। विश्लेषकों का मानना है कि उतार-चढ़ाव के बीच सोना अभी कम से कम एक-डेढ़ साल तक ऊंचे स्तर पर बना रहेगा। दिल्ली बुलियन एंड ज्वेलर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष विमल गोयल का मानना है कि कम एक साल तक सोना उच्चस्तर पर रही रहेगा। वह कहते हैं कि संकट के इस समय सोना निवेशकों के लिए ‘वरदान’ है। गोयल मानते हैं कि दिवाली के आसपास सोने में 10 से 15 प्रतिशत तक का उछाल आ सकता है।

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मुसीबत की घड़ी में हमेशा बढ़ी है सोने की चमक!
सोना हमेशा ही मुसीबत की घड़ी में खूब चमका है। 1979 में कई युद्ध हुए और उस साल सोना करीब 120 फीसदी उछला था। अभी हाल ही में 2014 में सीरिया पर अमेरिका का खतरा मंडरा रहा था तो भी सोने के दाम आसमान छूने लगे थे। हालांकि, बाद में यह अपने पुराने स्तर पर आ गया। जब ईरान से अमेरिका का तनाव बढ़ा या फिर जब चीन-अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर की स्थिति बनी, तब भी सोने की कीमत बढ़ी।


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jyoti choudhary

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