लाइसेंस रद्द करने के फैसले को चुनौती देंगे बक्शी

punjabkesari.in Friday, Aug 25, 2017 - 09:04 AM (IST)

नई दिल्लीः मैकडोनाल्ड्स के स्थानीय कारोबार में लंबे समय तक भागीदार रहे उद्यमी विक्रम बक्शी ने कहा कि वह अमरीकी फास्ट फूड श्रृंखला द्वारा भारत के उत्तरी और पूर्वी क्षेत्रों के लिए फ्रेंचाइजी लाइसेंस रद्द करने को चुनौती देंगे। मैकडोनाल्ड्स इंडिया ने उनके साथ स्थापित संयुक्त उद्यम के साथ चल रहे रेस्त्रां कारोबार का समझौता खत्म कर लिया हे।

अदालत में चुनौती देंगे बक्शी
बक्शी ने कहा कि यदि यह लाइसेंस किसी अन्य इकाई को दिया जाता है तो वह इसे अदालत में चुनौती देंगे। उन्होंने दावा किया कि मैकडोनाल्ड्स के साथ संयुक्त उद्यम सी.पी.आर.एल. के पास मौजूदा लाइसेंस है। हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यदि भागीदार अलग होने का फैसला करते हैं तो वह सी.पी.आर.एल. का तीसरे पक्ष से मूल्यांकन कराने को तैयार हैं ताकि वह इस खटपट वाले रिश्ते से बाहर निकल सकें। मैकडोनाल्ड्स ने सोमवार को उत्तर और पूर्वी भारत में कनॉट प्लाजा रेस्तरां (सी.पी.आर.एल.) द्वारा संचालित 169 फास्ट फूड आउटलेट्स के लिए फ्रेंचाइजी करार समाप्त कर दिया था। कंपनी ने इसके लिए अनुबंध की शर्तों और भुगतान में चूक को वजह बताया था। मैकडोनाल्ड्स ने इसके अलावा दो साल की रॉयल्टी का भुगतान नहीं होने का भी आरोप लगाया था।
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बक्शी ने कहा, ‘हम अदालत में इसे इस आधार पर चुनौती देंगे कि ये लाइसेंस 20 साल के लिए दिए गए हैं और आप इसे सिर्फ कुछ भुगतान नहीं होने की वजह से इसे समाप्त कर रहे हैं।’’ उनसे पूछा गया था कि यदि मैकडोनाल्ड्स उत्तर तथा पूर्वी भारत के लिए लाइसेंस किसी अन्य पक्ष को देने का फैसला करती है तो वह क्या कदम उठाएंगे। उन्होंने कहा कि यदि मैकडोनाल्ड्स संयुक्त उद्यम से बाहर निकलना चाहती है तो उन्हें यह काम भारत में नीति के अनुरूप करना होगा। यह नीति कहती है कि यदि कोई विदेशी कंपनी भारतीय भागीदार की हिस्सेदारी लेना चाहती है तो उसे यह उचित बाजार मूल्य पर करना होगा। बक्शी ने कहा, ‘‘मैंने इसे कब रोका है? मैं सिर्फ चाहता हूं कि यह तीसरे पक्ष द्वारा सितंबर, 2013 के तहत किया जाना चाहिए। इससे जो भी बनेगा चाहे एक रुपया या 1,000 मैं लेने को तैयार हूं। यह मेरा भाग्य होगा। 


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