Apple का भारत से निर्यात बढ़ा, पहली तिमाही में 20 हजार करोड़ रुपए के iphone का एक्सपोर्ट

punjabkesari.in Wednesday, Jul 12, 2023 - 11:24 AM (IST)

नई दिल्लीः ऐपल इंक ने भारत से आईफोन निर्यात में शानदार सफलता हासिल की है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में 20,000 करोड़ रुपए मूल्य के आईफोन का भारत से निर्यात किया, जो पूरे वित्त वर्ष 2023 में किए गए कुल निर्यात का करीब 50 प्रतिशत है। पहली तिमाही के आंकड़ों से पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही (सिर्फ 4,950 करोड़ रुपए का निर्यात) के मुकाबले आईफोन निर्यात में 400 प्रतिशत वृद्धि का पता चलता है।

उत्पादन केंद्रित रियायत (PLI) योजना के तहत उसके तीन विक्रेताओं- फॉक्सकॉन हॉन हई, विस्ट्रॉन और पेगाट्रॉन ने वित्त वर्ष 2024 (योजना के तीसरे वर्ष) में 61,000 करोड़ रुपए के निर्यात की प्रतिबद्धता जताई है।

कंपनी की प्रतिबद्धता से ज्यादा रह सकता है निर्यात 

अच्छी खबर यह है कि मौजूदा वित्त वर्ष में सरकार के लिए इस निर्यात प्रतिबद्धता का एक-तिहाई निर्यात पहली तिमाही में ऐपल के विक्रेताओं द्वारा पहले ही पूरा किया जा चुका है और शेष लक्ष्य बाकी तीन तिमाहियों में पूरा किया जाएगा। ऐपल के शानदार निर्यात प्रदर्शन के आधार पर विश्लेषकों का कहना है कि पीएलआई योजना के तहत निर्यात कंपनी की प्रतिबद्धता से ज्यादा रह सकता है। निर्यात में बड़ी तेजी आईफोन मॉडल 12, 13 और 14 की मदद से दर्ज की गई है।

भारत से मोबाइल फोन का निर्यात वित्त वर्ष 2022 के मुकाबले 100% तक बढ़ा

वित्त वर्ष 2023 (जब सभी तीन विक्रेता वित्तीय रियायतों के लिए पात्र थे) के मोबाइल के लिए पीएलआई के दूसरे पूरे वर्ष में, उनका संयुक्त आईफोन निर्यात 40,000 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। उस वित्त वर्ष में, ऐपल ने देश से किए गए 90,000 करोड़ रुपए मूल्य के मोबाइल फोन निर्यात में 45 प्रतिशत योगदान दिया था। पिछले साल भारत से मोबाइल फोन का निर्यात वित्त वर्ष 2022 के 45,000 करोड़ रुपए के मुकाबले करीब 100 प्रतिशत तक बढ़ गया।

मोबाइल फोन निर्यातकों ने इलेक्ट्रॉनिक्स सेगमेंट को भी पिछले वित्त वर्ष शीर्ष-पांच निर्यात में से एक बनाए जाने में मदद की। इसके अलावा शीर्ष-5 निर्यात क्षेत्रों में चार इंजीनियरिंग वस्तु, पेट्रोलियम उत्पाद, रत्न एवं आभूषण, जैविक एवं गैर-जैविक रसायन शामिल रहे।

भारत सरकार ने वित्त वर्ष 2026 तक 50-58 अरब डॉलर मूल्य के मोबाइल फोन निर्यात का लक्ष्य रखा है, हालांकि इंडियन सेल्युलर ऐंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन का मानना है कि यह लक्ष्य संभव नहीं हो सकता है और तब तक सिर्फ 40-45 अरब डॉलर का निर्यात हो सकता है।

यह अंतर चीन के ब्रांडों से निर्यात में आशाजनक तेजी नहीं आने की वजह से देखा जा सकता है। संगठन का अनुमान है कि चीनी ब्रांडों का निर्यात वित्त वर्ष 2026 तक 10-12 अरब डॉलर पर पहुंच सकता है, लेकिन वित्त वर्ष 2023 में इसने संयुक्त रूप से महज 15.7 करोड़ डॉलर का आंकड़ा छुआ।

इसके अलावा, डिक्सन टेक्नोलॉजीज जैसी कुछ कंपनियों को छोड़कर कई भारतीय दिग्गजों का निर्यात भी प्रभावित हुआ है। वहीं अनुमान जताया जा रहा है कि ऐपल निर्यात को लेकर अपनी प्रतिबद्धता पर खरी उतर सकती है और बेहतर प्रदर्शन कर सकती है।


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Content Writer

jyoti choudhary

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