Ambani-Adani को लगा झटका, $100 बिलियन के क्लब से हुए बाहर, रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा
punjabkesari.in Monday, Dec 16, 2024 - 05:43 PM (IST)
बिजनेस डेस्कः भारत के प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अडानी की संपत्ति में हाल ही में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है, जिससे वे ब्लूमबर्ग के 100 अरब डॉलर (लगभग 8.5 लाख करोड़ रुपए) के एलीट क्लब से बाहर हो गए हैं। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी और अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी, इस वर्ष के लिए ब्लूमबर्ग के 100 बिलियन डॉलर क्लब से बाहर हो गए हैं। इन दोनों उद्योगपतियों की संपत्ति में हाल के समय में पैदा हुई व्यापारिक समस्याओं के कारण गिरावट आई है।
क्यों आई ये बड़ी गिरावट?
2024 की शुरुआत से अब तक भारत के टॉप-20 अरबपतियों ने 67.3 बिलियन डॉलर की वृद्धि हासिल की है। इसमें आईटी टायकून शिव नाडर ने 10.8 बिलियन डॉलर और सावित्री जिंदल ने 10.1 बिलियन डॉलर का सबसे बड़ा लाभ देखा है। मुकेश अंबानी की व्यक्तिगत संपत्ति में गिरावट का कारण उनकी कंपनी के रिटेल और एनर्जी डिवीजन्स का कमजोर प्रदर्शन करना है। जुलाई 2024 में जब उनके बेटे अनंत की शादी हुई थी, तब उनकी संपत्ति 120.8 बिलियन डॉलर यानी 10 लाख करोड़ से अधिक थी, जो अब घटकर 13 दिसंबर 2024 तक $96.7 बिलियन यानी 8 लाख 21 हजार करोड़ हो गई है। यह गिरावट कंपनी के बढ़ते कर्ज और व्यापारिक संकटों को लेकर निवेशकों के बीच चिंता का कारण बनी है।
गौतम अडानी के भी स्थिति बनी गंभीर
गौतम अडानी के लिए स्थिति और भी गंभीर है। अमेरिकी न्याय विभाग (DoJ) की जांच उनके समूह के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है, जिससे उनके व्यापारिक साम्राज्य की प्रगति रुक सकती है। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट और धोखाधड़ी के आरोपों ने अडानी को कठिनाई में डाला है, जिसके कारण उनकी संपत्ति जून 2024 में $122.3 बिलियन से घटकर नवम्बर में $82.1 बिलियन यानी लगभग 7 लाख करोड़ रुपए हो गई। इस कारण, अडानी अब ब्लूमबर्ग के “सेंटिबिलियनेयर क्लब” में नहीं हैं, जो उन व्यक्तियों का क्लब है जिनकी संपत्ति $100 बिलियन से अधिक होती है।
क्या कहती है ये रिपोर्ट?
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, भारत की प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों के लिए भी एक संभावित खतरा पैदा हो सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति-निर्वाचित डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन और एलन मस्क की कंपनी स्टारलिंक के भारत में उपग्रह ब्रॉडबैंड सेवा में प्रवेश से भारत की टेलीकॉम कंपनियों को चुनौती मिल सकती है। वहीं, दुनिया के सबसे अमीर परिवारों की सूची में 2024 में वॉलमार्ट के वाल्टन परिवार ने $432.4 बिलियन की संपत्ति के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया है। उन्होंने मध्य-पूर्वी शाही परिवारों और दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क को भी पीछे छोड़ दिया है।
मुकेश अंबानी और मिस्त्री परिवार, जो शापूरजी पलोनजी समूह से हैं, इस सूची में क्रमशः आठवें और तेईसवें स्थान पर हैं। वहीं, अडानी को इस सूची से बाहर रखा गया है, क्योंकि यह सूची केवल पहले पीढ़ी के धन और एकल उत्तराधिकारियों को शामिल नहीं करती है। इस प्रकार अंबानी और अडानी की संपत्ति में आई गिरावट ने उनकी वित्तीय स्थिति को पुनः परिभाषित किया है और आने वाले समय में ये दोनों भारतीय उद्योगपतियों को नई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।