अमेरिकी सरकार की जांच में पास हुआ अडानी ग्रुप, हिंडनबर्ग के आरोपों को बताया गलत

punjabkesari.in Tuesday, Dec 05, 2023 - 03:41 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः अमेरिकी सरकार की ओर से अडानी ग्रुप पर हिंडनबर्ग के आरोपों को लेकर चल रही जांच पूरी हो गई है। इस जांच में हिंडनबर्ग रिपोर्ट में गौतम अडानी पर लगाए गए फ्रॉड के आरोपों को गलत पाया गया है। बता दें, चीन के प्रभाव को श्रीलंका में कम करने के लिए अडानी ग्रुप कोलंबो में एक पोर्ट टर्मिनल विकसित कर रहा है, जिसे अमेरिकी सरकार का समर्थन मिला है। इसके लिए यूएसए द्वारा अडानी ग्रुप को 553 मिलियन (भारतीय करेंसी में करीब 4500 करोड़ रुपए) का लोन दिया जा रहा है। 

अमेरिकी अधिकारी की ओर से कहा गया कि अमेरिकी सरकार की जांच में हिंडनबर्ग द्वारा अरबपति कारोबारी गौतम अडानी पर लगाए गए आरोप सही नहीं पाए गए हैं। इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्प द्वारा ये जांच पूरी की गई है। अमेरिकी एजेंसी भारतीय कंपनी पर निगरानी अभी भी जारी रखेगी। सरकार अनजाने में किसी वित्तीय हेरफेर, अनुचित व्यवहार, या अन्य का समर्थन नहीं करती है। 

100 अरब डॉलर हुआ था नुकसान

शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग की ओर से इस वर्ष की शुरुआत में अडानी ग्रुप के खिलाफ कंपनियों के बीच फंड्स की हेराफेरी के आरोप लगाए थे। इस कारण से ग्रुप की सभी कंपनियों के शेयरों की कीमतें तेजी से नीचे आ गई थी और अडानी ग्रुप को करीब 100 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था। 

चीन के लिए चुनौती बना अडानी का ये प्रोजेक्ट 

अडानी की ओर से जीती गई श्रीलंका टर्मिनल प्रोजेक्ट को अमेरिकी सरकारी की ओर से समर्थन दिए जाने का प्रमुख कारण दक्षिण एशियाई देश में चीन का बढ़ता प्रभाव है। वन बेल्ट वन रोड प्रोजेक्ट के तहत श्रीलंका को शामिल किए जाने के कारण चीन का वहां काफी प्रभाव देखने को मिला है। 

अडानी ग्रुप के शेयरों में तेजी 

इस खबर के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में जबदस्त तेजी देखने को मिल रही है। सुबह 11 बजे तक अडानी एंटरप्राइजेज 9.23 प्रतिशत, अडानी पोर्ट  9.01 प्रतिशत, अडानी ग्रीन 17.18 प्रतिशत और अडानी टोटल गैस में 8.20 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली है। 

अडानी ग्रीन एनर्जी ने जुटाए 1.36 अरब डॉलर 

अडानी ग्रीन एनर्जी (एजीईएल) ने मंगलवार को घोषणा की कि उसने अंतरराष्ट्रीय बैंकों के एक संघ से 1.36 अरब अमेरिकी डॉलर जुटाए हैं। एजीईएल की ओर से जारी बयान के अनुसार, मार्च 2021 में प्रारंभिक परियोजना वित्तपोषण के बाद से 1.36 अरब अमेरिकी डॉलर के वित्त पोषण से कंपनी का कुल कोष बढ़कर तीन अरब अमेरिकी डॉलर हो गया। हरित ऋण सुविधा गुजरात के खावड़ा में दुनिया के सबसे बड़े नवीकरणीय ऊर्जा पार्क के विकास को सक्षम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। 

बयान के अनुसार, खावड़ा में दुनिया का सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा पार्क न केवल 2030 तक 45 गीगावॉट परिचालन नवीकरणीय क्षमता हासिल करने के एजीईएल के दृष्टिकोण को सक्षम करेगा, बल्कि शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन की दिशा में भारत की यात्रा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। 


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Content Writer

jyoti choudhary

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