कोरोना काल में भी दिवाली में हुआ 72 हजार करोड़ का कारोबार, चीन को हुआ भारी नुकसान!
punjabkesari.in Sunday, Nov 15, 2020 - 05:08 PM (IST)
बिजनेस डेस्कः उम्मीद से परे जाकर दिवाली के बाज़ार ने ऊंची छलांग लगाई है। कोरोना के साय में भी लोगों ने जमकर खरीदारी की। देशभर के कारोबारियों के सबसे बड़े संगठन कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) की मानें तो इस बार दिवाली पर 72 हज़ार करोड़ रुपए का कारोबार हुआ है। खास बात यह भी है कि 40 हजार करोड़ रुपए के चीन के बने सामान का बॉयकट भी किया गया है। पीएम नरेंद्र मोदी के लोकल पर वोकल एवं आत्मनिर्भर भारत अभियान को भी समर्थन दिया गया। जिसे देखकर कहा जा सकता है कि कोरोना के चलते बीते 8 महीने से चला आ रहा बाज़ारों का सूखा भी खत्म हो गया है।
हालांकि, उच्चतम न्यायालय के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद सरकारी अधिकारियों की लापरवाही से जिसमें पटाखे की नीति का अभाव मुख्य कारण रहा, जिसके चलते बड़े एवं छोटे तथा बेहद मामूली स्तर के पटाखों के निर्माणकर्ता एवं विक्रेताओं को लगभग 10 हज़ार करोड़ रुपए के व्यापार का नुकसान हुआ।
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि रिटेल व्यापार के विभिन्न वर्गों जिसमें खासतौर पर भारत में बने एफएमसीजी उत्पाद, उपभोक्ता वस्तुएं, खिलौने, बिजली के उपकरण और सामान, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, रसोई के सामान, उपहार की वस्तुएं, मिठाई-नमकीन, घर का सामान, टेपेस्ट्री, बर्तन, सोना-चांदी, जूते, घड़ियां, फर्नीचर, कपड़े, कपड़ा, घर की सजावट का सामान, मिट्टी के दिए सहित दिवाली पूजा का सामान, सजावटी सामान जैसे दीवार की लटकने, हस्तकला की वस्तुएं, वस्त्र, घर द्वार पर लगाने वाले शुभ-लाभ, ओम, देवी लक्ष्मी के चरण आदि अनेक त्योहारी सीजन वस्तुओं की बिक्री बहुत अच्छी रही है।
सेंसेक्स-निफ्टी ने भी बाजार के लिए दिए अच्छे संकेत
प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि दिवाली पर महूर्त ट्रेडिंग पर Nifty 12780 पर और Sensex 43,637.98 पर बंद हुआ। पिछली दिवाली से लेकर इस दिवाली पर सूचकांकों में कोरोना और लॉकडाउन के प्रभाव के बावजूद लगभग 10 प्रतिशत का इजाफा हुआ। वृहद मोर्चे पर रिकवरी के अच्छे संकेतों और लगातार हो रहे निवेश के जारी रहने के कारण अगली दिवाली तक बाजार 14000 के अंक को भी छू सकता है, ऐसा अनुमान है।
20 शहरों में हुए सर्वे से सामने आए आंकड़े
कैट के प्रवीन खंडेलवाल का कहना है कि 20 शहरों में दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बैंगलोर, हैदराबाद, कोलकाता, नागपुर, रायपुर, भुवनेश्वर, रांची, भोपाल, लखनऊ, कानपुर, नोएडा, जम्मू, अहमदाबाद, सूरत, कोचीन, जयपुर, चंडीगढ़ को कैट "वितरण शहर" मानता है और इसीलिए विभिन्न विषयों पर नियमित सर्वेक्षण कराता है।