क्या अमरीका फिर से राजनीतिक हिंसा के युग में प्रवेश कर रहा है?

punjabkesari.in Monday, Jul 15, 2024 - 05:18 AM (IST)

शनिवार की रात को पेंसिल्वेनिया में गोलियों की बौछार भले ही अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के कान को घायल करते हुए निकल गई लेकिन इस घटना से अमरीकी राजनीति में सुरक्षा का भ्रम जो दो दशकों से बना हुआ था, वह नाटकीय रूप से चकनाचूर हो गया। ट्रम्प को केवल मामूली चोटें आईं हालांकि यह हमला करीब से हुआ। सबसे बड़ा सवाल यह पैदा होता है कि इतने बड़े मुल्क में  सुरक्षा में इतनी भारी चूक किस तरह हो गई। ऐसी घटना ने 2024 के राष्ट्रपति अभियान को भी तहस-नहस कर दिया है जिससे देश के सामाजिक और सांस्कृतिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचा है। 

1981 में जॉन हिंकले जूनियर द्वारा अमरीकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन को गोली मारे जाने के बाद से किसी राष्ट्रपति या राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के खिलाफ हिंसा का ऐसा नाटकीय कृत्य नहीं हुआ है। यह अमरीकी इतिहास के एक काले दौर की याद दिलाता है जो आधी सदी से भी पहले का है, जब 2 कैनेडी भाई-एक राष्ट्रपति और एक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हत्यारे की गोलियों से मारे गए थे। मेडगर एवर्स, मार्टिन लूथर किंग जूनियर और मैल्कम एक्स जैसे नागरिक अधिकार नेताओं ने भी राजनीतिक हिंसा में अपनी जान गंवाई। आज की तरह 1960 का दशक भी तीव्र राजनीतिक ध्रुवीकरण और शिथिलता से भरा हुआ था, जब एक बंदूक और उसका इस्तेमाल करने के लिए व्यक्ति इतिहास की दिशा बदल सकता था। 

घटना के कुछ ही घंटों के भीतर वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, ‘‘अमरीका में इस तरह की हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। हम ऐसा नहीं हो सकते, हम इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते।’’ हालांकि बाइडेन ने बाद में ट्रम्प से फोन पर बात भी की। अपने पिता की एक तस्वीर के साथ सोशल मीडिया पर एरिक ट्रम्प ने लिखा, ‘‘यह वे योद्धा हैं जिसकी अमरीका को जरूरत है।’’ पेंसिल्वेनिया में हुई ङ्क्षहसा नि:संदेह सोमवार से शुरू होने वाले रिपब्लिकन सम्मेलन पर एक लम्बी छाया डालेगी। सुरक्षा प्रोटोकोल कड़े किए जाएंगे और स्थल के पास विरोध प्रदर्शन और जवाबी विरोध एक नए पूर्वाभास की भावना के साथ हो सकते हैं। ट्रम्प की रैली में सुरक्षा के अपने संचालन के लिए अमरीकी सीक्रेट सर्विस को भी कड़ी जांच का सामना करना पड़ेगा। 

कुछ रिपब्लिकन राजनेताओं ने ट्रम्प पर हमले के लिए डैमोक्रेट्स को दोषी ठहराया है जिन्होंने पूर्व राष्ट्रपति द्वारा अमरीकी लोकतंत्र के लिए उत्पन्न खतरे के बारे में गंभीर बयानबाजी की है। बाइडेन अभियान का केंद्रीय आधार यह है कि डोनाल्ड ट्रम्प एक सत्तावादी फासीवादी हैं जिन्हें हर कीमत पर रोका जाना चाहिए। ओहियो सीनेटर जेडी वेंस जो कथित तौर पर ट्रम्प के उप-राष्ट्रपति पद के लिए शार्टलिस्ट में हैं, ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, ‘‘यह बयानबाजी सीधे राष्ट्रपति ट्रम्प की हत्या के प्रयास की ओर ले गई।’’ वहीं स्पीकर माइक जान्सन ने भरोसा दिलाया है कि उनका चैंबर इस मामले की पूरी जांच करेगा। हालांकि जांच में देरी हो सकती है। 

अभी के लिए एक बात स्पष्ट है कि चुनावी वर्ष में अमरीका की राजनीति ने  एक नया घातक मोड़ ले लिया है। अब्राहम लिंकन, विलियम मैकिनले, थियोडोर रूजवैल्ट, फ्रैंकलेन डी. रूजवैल्ट, जॉन एफ. कैनेडी, राबर्ट एफ. कैनेडी, जॉर्ज वालेस, गेराल्ड फोर्ड, रोनाल्ड रीगन से लेकर अब डोनाल्ड ट्रम्प तक अमरीकी राष्ट्रपति पद की राजनीति में गोलीबारी का लम्बा इतिहास रहा है। ट्रम्प पर हुए हमले का अमरीका और उसके राजनीतिक विमर्श पर क्या प्रभाव पड़ेगा इसका अनुमान लगाना मुश्किल है। ट्रम्प के आने के बाद अमरीका में हिंसा बढ़ गई थी। वहां अब नफरत और अलगाववाद की बात चल रही है। शुरूआती प्रक्रिया की अगर बात की जाए तो इस घटनाक्रम के बाद ट्रम्प की जीत निश्चित लग रही है। हत्या के प्रयास के बाद 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प के जीतने की संभावना रिकार्ड 68 प्रतिशत तक बढ़ गई है। 

ट्रम्प पर हमला अमरीका के गन कल्चर की ही देन है। वहां एक तिहाई लोग हथियार रखते हैं। अमरीका में गन कल्चर स्कूलों और कालेजों में तो आम ही था। मगर अब यह राजनीति में भी प्रवेश कर गया है। यह मानना मुश्किल है कि इस घटना के बाद रिपब्लिकन गन कंट्रोल के लिए कोई कानून लाएंगे। तमाम सवालों से इतर यह हमला एक बार फिर अमरीका के गन कल्चर के प्रति चिंता को बढ़ाता है।


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