यौन उत्पीड़न विवाद सुलझाने के लिए बृजभूषण और संघर्षरत पहलवानों के नार्को टैस्ट में अब देरी क्यों?

punjabkesari.in Wednesday, May 24, 2023 - 04:04 AM (IST)

भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों ने इस वर्ष जनवरी में यौन शोषण के आरोप लगाए थे और तभी से उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता विनेश फोगाट, ओलिम्पिक पदक विजेताओं बजरंग पुनिया तथा साक्षी मलिक आदि सहित पहलवान धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। 

इसी बीच 21 अप्रैल को 7 महिला पहलवानों में से 2 पहलवानों द्वारा बृज भूषण शरण सिंह के विरुद्ध पुलिस में दर्ज कराई शिकायतों में उन्हें गलत ढंग से छूने और शारीरिक संपर्क की 8 घटनाओं का उल्लेख किया गया है, परन्तु अपने विरुद्ध लगे आरोपों को बृजभूषण सिंह शुरू से ही नकारते आ रहे हैं। ऐसे घटनाक्रम के बीच 10 मई को प्रदर्शनकारी पहलवानों ने सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में बृजभूषण का नार्को टैस्ट कराने की मांग की, जिस पर 21 मई को बृजभूषण सिंह ने कहा कि वह इसके लिए तैयार हैं, बशर्ते विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया भी उनके साथ यह टैस्ट करवाएं और यदि वे इस पर सहमत हैं तो संवाददाताओं को बुलाकर इसकी घोषणा करें। 

22 मई को बजरंग पूनिया ने उक्त चुनौती को स्वीकार करते हुए कहा कि ‘‘बृजभूषण सिंह का नार्को टैस्ट सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में करवाया जाए और यह टी.वी. पर प्रसारित होना चाहिए।’’ लम्बे समय से महिला पहलवानों और बृजभूषण सिंह के बीच चले आ रहे विवाद की चर्चा से खिलाडिय़ों और कुश्ती महासंघ के संबंधों में कटुता बढ़ रही है। इस बीच 23 मई को गोंडा में बृजभूषण सिंह ने एक बयान में विनेश फोगाट को मंथरा बताते हुए यह कह कर नया विवाद खड़ा कर दिया है कि ‘‘रामायण में जैसे मंथरा ने कुछ रोल प्ले किया था, कैकेयी ने रोल प्ले किया था, वैसे ही विनेश फोगाट मेरे लिए मंथरा बन कर आई है।’’ पहलवानों ने इसके विरुद्ध नाराजगी व्यक्त की है। 

बहरहाल, अब जबकि पहलवानों ने भी नार्को टैस्ट करवाने पर सहमति दे दी है, उनकी संतुष्टि के अनुरूप इसे तुरंत करवाकर दूध का दूध और पानी का पानी करना चाहिए ताकि यह विवाद समाप्त हो और पहलवान आंदोलन का रास्ता छोड़ कर अपने खेल पर ध्यान दे सकें।—विजय कुमार


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