महाराष्ट्र में अब लोगों को महंगा पड़ेगा सार्वजनिक स्थलों पर थूकना

punjabkesari.in Wednesday, Feb 10, 2016 - 12:50 AM (IST)

न सिर्फ बिना सोचे-विचारे इधर-उधर थूकने वालों को लोग नापसंद करते हैं बल्कि मनुष्य का थूक कई बीमारियों और संक्रमणों का वाहक भी है तथा पान और तम्बाकू की लार भी कम हानिकारक नहीं। 

 
पान में कुछ ऐसे रसायन होते हैं जो इस्पात का भी क्षरण कर सकते हैं। इसी कारण दुनिया के सबसे अच्छे ‘कैंटीलिवर’ पुलों में से एक कलकत्ता के हावड़ा ब्रिज के खंभों का भी उन पर फैंकी पान की पीक से क्षरण होने लगा है।  
 
थूक की इन्हीं हानियों के कारण अनेक देशों में सार्वजनिक स्थलों पर थूकने पर प्रतिबंध है और इसका उल्लंघन करने पर भारी जुर्माने की व्यवस्था है। इनमें  सिंगापुर, स्पेन का बार्सीलोना शहर, अमरीका के कई प्रांत शामिल हैं। भारत के भी कुछ शहरों में सार्वजनिक स्थलों पर थूकने पर प्रतिबंध और जुर्माने की व्यवस्था की गई थी परंतु परिणाम नगण्य ही है। 
 
महाराष्ट्र के कुछ भागों में कुछ समय पूर्व सार्वजनिक स्थलों पर थूकने पर की गई जुर्माने की व्यवस्था का कोई सकारात्मक परिणाम न निकलने के चलते राज्य सरकार काफी समय से इस संबंध में सोच रही थी और अब इसने इस दिशा में कठोर पग उठाने का निर्णय किया है। 
 
इसके अंतर्गत भारी जुर्माना लगाने के साथ ही दोषियों द्वारा फैलाई हुई गंदगी उन्हीं से साफ करवाने के अलावा सार्वजनिक स्थलों की सफाई व सामुदायिक सेवा करने की सजा सुनाने का प्रस्ताव है।
 
इस संबंध में हम थाईलैंड और श्रीलंका जैसे देशों से सबक ले सकते हैं जो आर्थिक रूप से भले ही हमसे कमजोर हों, लेकिन स्वच्छता के मामले में हमसे बहुत आगे हैं। अत: सिर्फ महाराष्ट्र में ही नहीं, देश के अन्य भागों में भी सार्वजनिक स्थलों पर थूकने पर प्रतिबंध लगाने और उस पर कठोरतापूर्वक अमल करवाने की आवश्यकता है।   
           

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