देश की चंद बुजुर्ग महिलाएं अपने ही परिवारजनों के हाथों झेल रहीं उत्पीड़न

punjabkesari.in Wednesday, Nov 01, 2023 - 05:29 AM (IST)

माता-पिता घर में बच्चों के जन्म पर फूले नहीं समाते। वे अपना पेट काट कर भी उन्हें पढ़ाते-लिखाते, अपने पैरों पर खड़ा करते और बड़े चाव से बेटे की शादी करके घर में बहू लाते हैं, परंतु कई ऐसे भी अभागे माता-पिता होते हैं, जो उन्हीं बेटों, बहुओं और पोतों के हाथों उत्पीडऩ का शिकार होते हैं, जिन्हें उन्होंने बड़े चाव से पाल-पोस कर बड़ा किया होता है। 

* 30 अक्तूबर को खमानो (फतेहगढ़ साहब, पंजाब) में एक युवक ने डिप्रैशन के कारण गला घोंट कर अपनी मां की हत्या कर दी।
* 29 अक्तूबर को 73 वर्षीय भूतपूर्व लैक्चरार आशा रानी की प्रापर्टी हड़पने, पैंशन के पैसों के लिए बेरहमी से पीटने और घर में कैद रखनेे के आरोपों में गिरफ्तार वकील अंकुर वर्मा और उसकी पत्नी सुधा वर्मा को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में रूपनगर की जिला जेल भेजा गया। आशा रानी के पोते पर भी अपनी दादी को पीटने का आरोप है। 

* 14 अक्तूबर को ब्यावरा शहर (राजस्थान) के राजगढ़ में जयकिशन नामक युवक ने अपने पिता उमराव सिंह से विवाद के दौरान बीच-बचाव करने आई अपनी मां सज्जन बाई को चाकू घोंप कर मार डाला।
* 10 अक्तूबर को ठाणे (महाराष्ट्र) में अपनी सास से नाराज होकर उसे फर्श पर घसीटने, थप्पड़ मारने और घर से बाहर निकालने की कोशिश करने के आरोप में पुलिस ने उस महिला के विरुद्ध केस दर्ज किया।
* 27 सितम्बर को राऊरकेला (ओडिशा) के ‘टांगरपाली’ में नीलमणि राऊत नामक युवक ने दोपहर के पके हुए बासी चावल खराब हो जाने के कारण उसे खाने के लिए नहीं देने पर अपनी 72 वर्षीय मां शशि बाला को इतने जोर से थप्पड़ मारा कि जमीन पर गिरने से कान तथा सिर पर गहरी चोट आ जाने के कारण उसकी मौत हो गई। 
* 14 सितम्बर को बॉम्बे हाईकोर्ट ने अपनी मां से बदसलूकी करने वाले बेटे को मकान खाली करने का निर्देश देते हुए कहा, ‘‘मां घर की मालिक है। साक्ष्यों से पता चलता है कि मां-बेटे में प्यार और स्नेह नहीं है तथा बेटा अपनी मां की बुनियादी जरूरतें पूरी करने में विफल रहा है, इसलिए उसका घर पर कोई हक नहीं है।’’ 

* 1 सितम्बर को देवरिया (उत्तर प्रदेश) के गांव ‘खरहरी’ में सुधा देवी नामक महिला और उसकी पुत्रवधू फुलझरी देवी के बीच खाना बनाने को लेकर बहस इस कदर बढ़ गई कि बहू ने पीट-पीट कर अपनी सास को लहू-लुहान कर दिया और बीच-बचाव करने पहुंचे अपने ससुर सुभाष चौहान को भी पीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।
* 25 अगस्त को हैदराबाद (तेलंगाना) के सिद्धिपेट जिले के ‘बांदा मैला राम गांव’ में एक युवक ने न सिर्फ ईंट से वार कर अपनी मां की हत्या कर दी बल्कि गला काटने के अलावा उसके पैर भी काट दिए। युवक ने यह पाप इसलिए किया क्योंकि बदनसीब मां बेटे की शादी के लिए उसकी पसंद की लड़की खोजने में विफल रही थी। 

बेटों द्वारा अपनी माताओं और बहुओं द्वारा सासों पर अत्याचारों के उक्त उदाहरणों से स्पष्ट है कि आज संतानें किस कदर निर्दयी होती जा रही हैं। इसी सिलसिले में एन.जी.ओ. ‘हैल्पएज इंडिया’ ने 15 जून, 2023 को  देश में बुजुर्ग महिलाओं बारे एक रिपोर्ट में इसकी पुष्टि करते हुए कहा,‘‘उम्र बढऩे के साथ-साथ महिलाएं उपेक्षित होती जाती हैं और अक्सर हाशिए पर चली जाती हैं। बुजुर्ग महिलाएं असुरक्षित हैं। उनकी जरूरतों और योगदान को अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है।’’ इस रिपोर्ट में महिलाओं से दुव्र्यवहार को लेकर अत्यंत ङ्क्षचताजनक रहस्योद्घाटन किए गए हैं, जिसके अनुसार बुजुर्ग महिलाओं से दुव्र्यवहार के मामलों में 16 प्रतिशत वार्षिक की दर से वृद्धि हो रही है तथा 46 प्रतिशत बुजुर्ग महिलाएं परिवारजनों द्वारा अनादर  एवं  40 प्रतिशत महिलाएं भावात्मक और मनोवैज्ञानिक दुव्र्यवहार का सामना कर रही हैं। 

40 प्रतिशत मामलों में पुत्रों, 31 प्रतिशत मामलों में रिश्तेदारों और 27 प्रतिशत मामलों में बहुओं द्वारा अपने परिवार की बुजुर्ग महिलाओं का उत्पीडऩ किए जाने का मामला सामने आया। उक्त रिपोर्ट परिवारों में बुजुर्ग महिलाओं की स्थिति का चिंताजनक पहलू उजागर करती है, अत: परिवार को बचाने के लिए संतानों द्वारा बुजुर्गों को समुचित सम्मान देना आवश्यक है ताकि वे अपने जीवन की संध्या सुखपूर्वक बिता सकें।—विजय कुमार 


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