मधुमेह रोगियों के लिए खुशखबरी: BHU छात्र ने बनाया हर्बल गुलाब जामुन

punjabkesari.in Friday, Jun 05, 2015 - 05:31 PM (IST)

वाराणसी: डायबिटिक और दिल के रोगियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के छात्र ने हर्बल गुलाब जामुन तैयार किया है जो किसी भी तरह से लोगों के लिए नुकसानदायक नहीं होगा बल्कि ये उन्हें फायदा ही पहुंचाएगा। खोवा, मैदा और चीनी के अलावा तुलसी और ओट से बना ये गुलाब जामुन उनकी सेहत के लिए हर तरह से फायदेमंद होगा।
 
कृषि विज्ञान संस्थान बीएचयू के पशुपालन एवं दुग्ध विज्ञान विभाग के एमए सेकेंड ईयर के छात्र मानवेंद्र सिंह हर्बल गुलाब जामुन का कांसेप्ट लेकर आए हैं। यूं तो गुलाब जामुन बनाने के लिए खोवा, मैदा और चीनी की ज़रूरत होती है लेकिन मानवेंद्र सिंह ने अपने इस खास हर्बल गुलाब जामुन में ओट और तुलसी का इस्तेमाल किया है। गुलाब जामुन में 80 प्रतिशत मात्रा खोवे की होती है तो बीस प्रतिशत मैदे की लेकिन हर्बल गुलाब जामुन में खोवे की मात्रा को मानवेंद्र ने उतना ही रखा है लेकिन मैदा की मात्रा 15 प्रतिशत रखी है और पांच प्रतिशत ओट का इस्तेमाल किया है।
 
 चूंकि ओट ग्लूटेन फ्री होता है। ग्लूटेन एक ऐसा प्रोटीन है जो एलर्जी पैदा करता है। मैदे में ये प्रोटीन होता है लेकिन ओट में ये प्रोटीन नहीं पाया जाता है। ओट में बेटाग्लूकेंस भी होता है जो कि कैलोस्ट्रॉल को कम करता है, इससे ब्लडप्रेशर भी कम होता है। इसके अलावा ओट फाइबर का सबसे अच्छा स्रोत भी माना जाता है। फाइबर भी ब्लडप्रेशर सामान्य और कैलोस्ट्रॉल कम रखता है। इस वजह से ये गुलाब जामुन दिल के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा। इसके अलावा गुलाब जामुन के लिए तैयार किए जाने वाले शिरे में तुलसी का भी इस्तेमाल किया गया है जोकि एक औषधिय पौधा माना जाता है। ये कई बीमारियों में रामबाण साबित होता है।
 
छात्र मानवेंद्र सिंह का कहना है कि हमारी संस्कृति में कोई भी पर्व, कोई भी त्योहार, कोई भी उत्सव मिठाइयों के बिना अधूरा होता है लेकिन आज लोगों को ऐसी बीमारियों ने घेर लिया है जिससे उन्हें मिठाइयों से दूरी बनानी पड़ती हैं। ऐसे ही लोगों के लिए मैंने हर्बल गुलाब जामुन बनाने की सोची जोकि लोगों को नुकसान पहुंचाने की बजाय उनके लिए फायदेमंद साबित होगा। 

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