जीवन में आगे बढ़ने के लिए बुरी स्मृतियों को भुलाना जरुरी

punjabkesari.in Thursday, Nov 16, 2017 - 04:53 PM (IST)

जिंदगी की बुरी और दुखद घटनाओं को भूल जाना चाहिए क्योंकि वे आगे बढ़ने का रास्ता रोकती हैं। इन घटनाओं को याद रखकर हम सुखद कहानियों को लिखने का समय गंवा देते हैं। हर व्यक्ति जीवन में आगे बढ़ना चाहता है। जिंदगी में आगे बढ़ते हुए अक्सर बीते दिनों की सुखद स्मृतियों को साथ रखता है क्योंकि वे उसे आगे बढने का हौंसला देती हैं और वह यह भी चाहता है कि बुरे दिनों को वह भुला दे। दुखद घटनाओं को याद करना या उनका याद आना हमें गुस्से, घृणा, बदला, पश्चाताप और इसी तरह के नकारात्मक विचारों से भर देता है।

 

 

इसलिए भूतकाल में घटी बुरी या दुखद घटनाओं से सबक लेकर हमें आगे की राह लेनी चाहिए। अक्सर लोग अपने अनुभवों के आधार पर ही आगे की राह तय करते हैं और यहीं उनसे गलती होती है। अक्सर जब व्यक्ति बीते समय की दुखद घटनाओं के बारे में सोचता है तो वह उन घटनाओं के असर को भी जीने लगता है। जब हम पिछले दिनों घटी हुई चीजों के असर से उबर जाते हैं तब हम अपने भीतर नए उत्साह को खोज पाते हैं। 

 

 

जिस तरह जख्मों को भरने में समय लगता है उसी तरह हो चुकी चीजों से उबरने में भी समय लगता है। अगर व्यक्ति समय के साथ अपने घावों को कुरेदता रहता है तो वे भर नहीं पाते हैं। इसी तरह पुरानी घटनाओं को बार-बार कुरेदना नहीं, भरने देना चाहिए। कुरेदकर हम उन्हें असहनीय बना देते हैं। 

 

 

अपने जीवन में वर्कआऊट और ध्यान के लिए जगह बनाइए। इस तरह आप स्वास्थ्य और बीती बातों को भुलाने की दिशा में काम कर पाएंगे। हमारा निष्क्रिय जीवन हमें बार-बार भूतकाल में लौटने के लिए मजबूर करता है इसलिए जीवन में सच बोलने, सच्चाई से जीने, दूसरों के प्रति विनम्र रहने और स्वार्थ से परे होकर काम करने को अपनाना चाहिए। किसी भी क्लास में शिक्षक और बच्चों के बीच हर दिन नया ही होता है। हर दिन वे बीती बातों को भूलकर आगे बढ़ते हैं और नया कुछ सीखते हैं। अगर शिक्षक यह मान ले कि कुछ बच्चे सीखेंगे और कुछ सीखेंगे ही नहीं तो वह अच्छे से या कहें कि पूरे मन से प्रयास नहीं कर पाएगा। लेकिन वह इस तरह के पूर्वग्रह से ग्रसित नहीं होता। हमें भी जिंदगी को इसी तरह देखने की जरूरत है। तब हर दिन नया होगा और अपने आप में संपूर्ण भी।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News