GST: 2.5 पर्सैंट बढ़ सकती है AC की कीमत

punjabkesari.in Thursday, Mar 23, 2017 - 10:27 AM (IST)

नई दिल्ली: कंज्यूमर ड्यूरेबल सैक्टर की कंपनियां समर सीजन में कीमतें 2.5 पर्सैंट बढ़ा सकती हैं। नोटबंदी के असर, कैश की समस्या खत्म होने और सेल के नॉर्मल होने का इंतजार कर रही कंपनियों को अब जुलाई में लागू होने जा रहे गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जी.एस.टी.) से भी जूझना पड़ेगा। इंडस्ट्री से जुड़े लोगो के मुताबिक स्टील और डॉलर के महंगा होने के कारण वैसे ही एयर कंडीशनर (ए.सी.), टी.वी., फ्रिज, वाशिंग मशीन जैसे प्रोडक्टों की इनपुट कॉस्ट बढ़ गई है वहीं नोटबंदी का असर भी अभी मार्कीट पर दिखाई दे रहा है, ऊपर से केंद्र सरकार की जी.एस.टी. को जुलाई में लागू करने की योजना है।’’ सरकार ने जी.एस.टी. के लिए फोर लैवल के टैक्स स्ट्रक्चर का ऐलान किया है। इसके लागू होने के बाद 1.5 टन थ्री स्टार ए.सी. जिस पर मौजूदा टैक्स 19.63 पर्सैंट है, जी.एस.टी. लागू होने पर 21.88 पर्सैंट होगा। इस पर 2.5 पर्सैंट ज्यादा टैक्स देना होगा।

कस्टमरों पर ही बढ़ेगा बोझ
उनका कहना है कि कंज्यूमर ड्यूरेबल कंपनियां नोटबंदी के बाद कैश की समस्या खत्म होने और सेल के सामान्य पहले वाले स्तर पर आने का इंतजार कर रही थीं। नोटबंदी के कारण डिमांड 40 पर्सैंट तक कम रहने के कारण कंपनियां दाम नहीं बढ़ा पाई थीं लेकिन जी.एस.टी. के लागू होने के बाद टैक्स स्लैब में बढ़ौतरी के चलते इनकी कीमतें बढ़ जाएंगी। ये बढ़ी हुई कीमतें कस्टमरों को ही चुकानी पड़ेंगी।

नई स्टार रेटिंग प्रणाली से भी बढ़ेंगे रेट
ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी (बी.ई.ई.) ने ए.सी. के लिए इंडियन सीजन एनर्जी एफिशिएंसी रेश्यो (आई.एस.ई.ई.आर.) नाम से नई स्टार रेटिंग सिस्टम की घोषणा की है जिससे ए.सी. की एफिशिएंसी बढ़ेगी और इससे कस्टमरों का बिजली खर्च घटेगा पर इसका रेट बढ़ जाएगा। बी.ई.ई. की विज्ञप्ति के अनुसार देश में हाई टैंपरेचर में होने वाले परिवर्तनों को इस नव-विकसित रेटिंग सिस्टम में समाहित किया गया है और उसी के अनुसार एयर कंडीशनरों की रेटिंग तय की गई है। 


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