बाबा वेंगा की डरावनी भविष्यवाणी, यूरेनियम की कमी से होगा परमाणु युद्ध

punjabkesari.in Saturday, Apr 12, 2025 - 03:27 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: परमाणु ऊर्जा और हथियारों की होड़ पूरी दुनिया में बढ़ती जा रही है, और इस होड़ का सबसे महत्वपूर्ण तत्व है – यूरेनियम। यूरेनियम, जिसे परमाणु ऊर्जा और हथियारों के निर्माण में इस्तेमाल किया जाता है, के भंडार आज पर्याप्त हैं, लेकिन बढ़ती मांग और उसकी खपत से यह संकट और गंभीर हो सकता है। लेकिन क्या इस बढ़ती मांग और कच्चे माल की कमी की वजह से हम एक ऐसे संकट के कगार पर हैं, जिसका बाबा वेंगा ने भविष्यवाणी की थी? आइए, जानें इस खौफनाक भविष्यवाणी और दुनिया की यूरेनियम संकट की स्थिति के बारे में।

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यूरेनियम का बढ़ता संकट

यूरेनियम, वह तत्व है जो परमाणु ऊर्जा रिएक्टरों और परमाणु हथियारों के निर्माण में अहम भूमिका निभाता है। परमाणु शक्ति से जुड़ी बढ़ती मांग और बढ़ते खतरों के बीच, यूरेनियम का खपत बढ़ने के साथ-साथ इसके भंडार में कमी का खतरा भी मंडरा रहा है। न्यूक्लियर एनर्जी एजेंसी और इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी (IAEA) ने अपनी संयुक्त रिपोर्ट में चेतावनी दी है कि अगर परमाणु ऊर्जा का इस्तेमाल 2050 तक बढ़ता रहा, तो उस समय तक दुनिया के पास यूरेनियम का खजाना खत्म हो सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, मौजूदा भंडार के आधार पर अनुमान है कि यूरेनियम 2080 के दशक तक समाप्त हो जाएगा।

यूरेनियम के भंडार और भविष्य की चिंता

वर्तमान में, यूरेनियम के लिए पर्याप्त संसाधन हैं। रेड बुक के अनुसार, 1 जनवरी 2023 तक 79,34,500 टन यूरेनियम के पुनर्प्राप्त संसाधन वैश्विक स्तर पर पहचाने गए थे। इसका मतलब यह है कि फिलहाल इतनी मात्रा में यूरेनियम उपलब्ध है, जिसे निकाला जा सकता है। हालांकि, इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए नए खनन कार्यों और तकनीकों में भारी निवेश की आवश्यकता है। अगर समय रहते इन पर ध्यान नहीं दिया गया, तो भविष्य में यूरेनियम का संकट उत्पन्न हो सकता है।

यूरेनियम का इस्तेमाल – ऊर्जा और हथियारों में

परमाणु ऊर्जा रिएक्टरों में U3O8 (येलोकेक) का इस्तेमाल ईंधन बनाने के लिए किया जाता है। यह एक यूरेनियम कंसंट्रेट पाउडर है, जिसे विशेष रूप से परमाणु ऊर्जा की उत्पादन प्रक्रियाओं में इस्तेमाल किया जाता है। अब तक यूरेनियम के बाजार की कीमत 40 से 260 डॉलर प्रति किलोग्राम (KgU) के बीच रही है, जबकि इसका कंसंट्रेट (U3O8) लगभग 15 से 100 डॉलर प्रति पाउंड होता है।

दुनिया में यूरेनियम के प्रमुख उत्पादक

दुनिया के यूरेनियम उत्पादन का 90% केवल छह देशों से आता है। इसमें रूस, नाइजर, चीन, और भारत जैसे देश शामिल हैं, जो यूरेनियम उत्पादन के मामले में प्रमुख स्थान रखते हैं। 2022 में, दुनिया का 99% यूरेनियम उत्पादन नौ देशों का था, और भारत इस मामले में सातवें स्थान पर था। हालांकि, कुछ देशों जैसे चीन, नामीबिया, और नाइजर में यूरेनियम के नए भंडार मिले हैं, जो इस संकट को कुछ हद तक कम कर सकते हैं। लेकिन वैश्विक स्तर पर यूरेनियम के भंडार की स्थिति बहुत गंभीर हो सकती है, खासकर अगर परमाणु ऊर्जा की मांग बढ़ी तो।

बाबा वेंगा की भविष्यवाणी – क्या सच में होगा परमाणु संकट?

बाबा वेंगा, जिनकी भविष्यवाणियाँ दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं, उन्होंने 2025 के बारे में एक खौफनाक भविष्यवाणी की थी। उन्होंने कहा था कि इस साल दुनिया का अंत शुरू हो जाएगा, और उनके अनुसार यह शुरुआत परमाणु युद्ध या परमाणु ऊर्जा के दुरुपयोग से हो सकती है। क्या यह परमाणु हथियारों की बढ़ती होड़ और यूरेनियम की कमी ही वह कारण बनेंगे, जैसा कि बाबा वेंगा ने अनुमान लगाया था?  बाबा वेंगा की भविष्यवाणियां कई बार सच साबित हुई हैं, जैसे कि सोवियत संघ का विघटन, 9/11 का हमला, और राजकुमारी डायना की मृत्यु। उनके अनुसार, भविष्य में और भी घटनाएं घट सकती हैं, जो हमारे लिए चेतावनी का काम कर सकती हैं।

 

 


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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