सिर्फ 1 सेकंड का मौका और फोटोग्राफर ने खींच ली सूर्य की ऐसी Photo कि NASA भी हैरान
punjabkesari.in Tuesday, Jul 01, 2025 - 03:05 PM (IST)

नेशनल डेस्क: अमेरिका के मशहूर फोटोग्राफर एंड्रयू मैकार्थी ने एक ऐसा क्षण अपने कैमरे में कैद किया है जो दुनियाभर के लोगों को हैरान कर रहा है। उन्होंने अंतरिक्ष के इस रोमांचक दृश्य को 'Kardashev Dreams' नाम दिया है। इस तस्वीर में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) ठीक उस वक्त सूरज के सामने से गुजरता दिखाई देता है जब सूरज से शक्तिशाली सौर ज्वालाएं (Solar Flares) फूट रही थीं। यह दुर्लभ नजारा अमेरिका के एरिजोना राज्य के सोनोरन रेगिस्तान से खींचा गया। उन्होनें ऐसी फोटो खींची की NASA भी हैरान रह गया।
एक साथ दो खगोलीय घटनाएं
एंड्रयू बताते हैं कि यह फोटो उनके सबसे पसंदीदा शॉट्स में से एक है क्योंकि इसमें दो खास घटनाएं एक साथ दर्ज हुईं—पहली, इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन का सूरज के सामने से ट्रांजिट और दूसरी, उसी समय एक जबरदस्त सोलर फ्लेयर का निकलना। यह दृश्य इतना असाधारण था कि लोगों ने फोटो देखकर फोटोग्राफर को सलाम करना शुरू कर दिया।
कैसे ली गई ये तस्वीर?
इस तस्वीर को लेने के लिए एंड्रयू को बेहद कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। जिस समय उन्होंने यह फोटो ली, तब बाहर का तापमान 121°F (लगभग 49.5°C) था। इतनी गर्मी में टेलीस्कोप और कंप्यूटर को हीटिंग से बचाने के लिए उन्होंने आइस पैक्स और थर्मोइलेक्ट्रिक कूलिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया।
क्या है ISS ट्रांजिट?
ISS यानी इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन धरती से करीब 400 किलोमीटर की ऊंचाई पर हर 90 मिनट में पृथ्वी की एक परिक्रमा करता है। इसका मतलब है कि सूरज के सामने से इसके गुजरने का मौका सिर्फ कुछ ही सेकंड के लिए होता है। ऐसे में उस एक पल को कैमरे में कैद करना किसी जादू से कम नहीं।
कहां शेयर की गई तस्वीर?
एंड्रयू मैकार्थी ने यह अद्भुत फोटो 20 जून को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट (@cosmic_background) पर शेयर की। उन्होंने लिखा, "ISS के ट्रांजिट का इंतजार कर रहा था तभी एक सनस्पॉट में फ्लेयर फूट पड़ा और ये जिंदगी का सबसे यादगार शॉट मिल गया।" एंड्रयू ने आगे बताया कि यह उनकी अब तक की सबसे डिटेल्ड सोलर ट्रांजिट फोटो है।
क्यों खास है नाम 'Kardashev Dreams'?
इस फोटो को 'Kardashev Dreams' नाम देना भी बेहद खास है। यह नाम सोवियत खगोलशास्त्री निकोलाई कार्दाशेव को समर्पित है जिन्होंने एक पैमाना विकसित किया था, जिससे यह मापा जाता है कि कोई सभ्यता तकनीकी रूप से कितनी विकसित है। यह तस्वीर उस कल्पना की झलक देती है कि भविष्य में मानव सभ्यता अंतरिक्ष को कैसे समझ और उपयोग कर सकती है।
एक यूजर ने एंड्रयू से पूछा कि सूरज और स्पेस स्टेशन तो करोड़ों किलोमीटर दूर हैं, उन पर एक साथ फोकस कैसे किया? जवाब में एंड्रयू ने बताया, "अरबों नहीं, करोड़ों। लेकिन कैमरे के लिए दोनों ही 'इन्फिनिटी' दूरी पर हैं। कुछ मील की दूरी के बाद डेप्थ ऑफ फील्ड का असर खत्म हो जाता है।"
इंटरनेट पर मिला जबरदस्त रिस्पॉन्स
तस्वीर को देखकर दुनियाभर के लोग एंड्रयू की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, "यह तो पागलपन की हद तक शानदार है।" एक अन्य ने कहा, "इस फोटो को कोई अवॉर्ड मिलना चाहिए। वोट कहां करना है?" तीसरे यूजर ने लिखा,"आम लोग बस फोटो देखकर वाह करेंगे, लेकिन नहीं जानते कि इसे लेने में कितनी मेहनत लगी है।"