क्रिकेट जगत में आया बड़ा भूचाल, मैच फिक्सिंग और स्पॉट फिक्सिंग का नया मामला!
punjabkesari.in Monday, Mar 31, 2025 - 05:52 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: क्रिकेट जगत में नया भूचाल आ चुका है, पाकिस्तान क्रिकेट में फिक्सिंग कोई नई बात नहीं है। मैच फिक्सिंग और स्पॉट फिक्सिंग जैसी घटनाओं ने पहले भी पाकिस्तानी क्रिकेट को दागदार किया है। लेकिन अब एक और नई तरह की फिक्सिंग का मामला सामने आया है जिसे ‘प्लेयर्स फिक्सिंग’ कहा जा रहा है। इस मामले ने क्रिकेट जगत में खलबली मचा दी है। हाल ही में खबर आई थी कि इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने पाकिस्तान के कुछ मौजूदा और पूर्व क्रिकेटर्स समेत कई अधिकारियों का प्रतिनिधित्व करने वाली एजेंसी इंटरनेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन (ICA) का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया है। इस मामले में अब एक नया खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान के एक पूर्व कप्तान का नाम भी इस विवादित एजेंसी से जुड़ा हुआ है। हालांकि, इस पूर्व कप्तान का नाम अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है।
Following an investigation and a hearing by an independent Anti-Corruption Tribunal, Moghees Ahmed Sheikh, who also trades as the International Cricketers Association (ICA), was found guilty of four charges under the ECB Anti-Corruption Code. https://t.co/M6bQRzFwt7… pic.twitter.com/ZNhraIp6Du
— Rashid Latif | 🇵🇰 (@iRashidLatif68) March 30, 2025
कैसे हुआ खुलासा?
पाकिस्तान की प्रसिद्ध क्रिकेट वेबसाइट Cricket Pakistan के मुताबिक, ICA के एजेंट मुगीस अहमद शेख पर आरोप है कि उन्होंने एक ब्रिटिश कोच को रिश्वत देने की कोशिश की थी। इस रिश्वत के बदले वह कोच से खिलाड़ियों को टीमों के स्क्वॉड में शामिल करवाने की मांग कर रहे थे। हालांकि, यह रिश्वत किस टूर्नामेंट या खिलाड़ियों के लिए दी जा रही थी, इस बारे में अभी पूरी जानकारी नहीं मिल सकी है।
इंग्लैंड के टूर्नामेंट्स से जुड़ा हो सकता है मामला
इंग्लैंड की काउंटी चैंपियनशिप, द हंड्रेड, और अन्य घरेलू टूर्नामेंट्स में कई विदेशी खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं। माना जा रहा है कि यह फिक्सिंग विवाद इन्हीं टूर्नामेंट्स से जुड़ा हो सकता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तानी खिलाड़ियों के एजेंट्स यह सुनिश्चित करना चाहते थे कि उनके खिलाड़ी इन टीमों में जगह पा सकें, जिससे यह मामला और भी गंभीर हो गया है।
मुगीस अहमद पर पहले भी लगे हैं आरोप
मुगीस अहमद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) द्वारा चुने गए 25 में से 20 सेंट्रल कॉन्ट्रैक्टेड खिलाड़ियों का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। उन पर पहले भी भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके हैं। उन्हें चार एंटी-करप्शन कोड के उल्लंघन का दोषी पाया गया था। इसके बावजूद PCB ने अब तक इस मामले पर कोई बयान जारी नहीं किया है, जिससे सवाल और भी बढ़ गए हैं।
PCB की चुप्पी पर उठ रहे सवाल
पाकिस्तान क्रिकेट में जब भी कोई बड़ा फिक्सिंग कांड सामने आता है, PCB की चुप्पी अक्सर आलोचना का कारण बनती है। इस बार भी जब पूरा मामला क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय बन चुका है, PCB ने अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।
फिक्सिंग का यह नया रूप क्यों है खतरनाक?
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पहले मैच फिक्सिंग और स्पॉट फिक्सिंग में खेल का नतीजा प्रभावित किया जाता था, लेकिन प्लेयर्स फिक्सिंग में खिलाड़ियों को जबरदस्ती टीमों में शामिल करवाने की कोशिश हो रही है।
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अगर यह प्रथा बढ़ती है, तो यह क्रिकेट की निष्पक्षता और खेल भावना को गहरा नुकसान पहुंचा सकती है।
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खिलाड़ियों का चयन प्रतिभा के बजाय पैसों के आधार पर होने लगेगा, जिससे खेल का स्तर गिर सकता है।
क्रिकेट फैंस और खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया
इस नए फिक्सिंग कांड के खुलासे के बाद क्रिकेट प्रेमियों और खिलाड़ियों में नाराजगी देखी जा रही है। इंग्लैंड और पाकिस्तान के कई पूर्व क्रिकेटर्स ने इस पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि यदि इस मामले की सही तरीके से जांच नहीं की गई तो यह आगे चलकर और भी बड़े घोटालों का कारण बन सकता है।
संभावित कार्रवाई क्या हो सकती है?
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ECB और ICC इस मामले की गहन जांच कर सकते हैं।
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दोषी पाए जाने पर संबंधित एजेंट्स और खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है।
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PCB को भी इस मामले पर अपनी चुप्पी तोड़नी होगी और जांच में सहयोग करना होगा।