कितनी शराब पीने पर कम होने लगती है उम्र? शोध में हुआ चौकाने वाला खुलासा
punjabkesari.in Sunday, Jul 27, 2025 - 11:57 AM (IST)

नेशनल डेस्क: बहुत से लोग मानते हैं कि अगर शराब सीमित मात्रा में ली जाए तो यह नुकसानदायक नहीं होती। कुछ तो इसे टेंशन भगाने की दवा मानते हैं। लेकिन अब एक नई रिसर्च ने इस धारणा को गलत साबित कर दिया है। Journal of Studies on Alcohol and Drugs में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, चाहे शराब कम मात्रा में ली जाए या नियमित रूप से, यह जीवन प्रत्याशा (Life Expectancy) को कम कर सकती है और गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है।
हफ्ते में सिर्फ दो पैग भी कर सकते हैं नुकसान
रिसर्च के मुख्य लेखक डॉ. टिम स्टॉकवेल ने बताया कि हफ्ते में सिर्फ दो ड्रिंक लेने से भी आपकी उम्र 3 से 6 दिन कम हो सकती है। अगर कोई व्यक्ति रोजाना एक पैग लेता है यानी हफ्ते में सात ड्रिंक, तो उसकी उम्र से लगभग ढाई महीने घट सकते हैं। वहीं यदि कोई हफ्ते में 35 ड्रिंक लेता है, तो उसकी जीवन प्रत्याशा लगभग दो साल तक कम हो सकती है।
शराब का सीधा असर शरीर पर
इस अध्ययन में यह स्पष्ट किया गया है कि शराब का असर शरीर के कई महत्वपूर्ण अंगों पर सीधे तौर पर पड़ता है। अधिक शराब पीने वालों में कैंसर, खासकर मुंह, गला, लिवर और कोलन के कैंसर का खतरा काफी बढ़ जाता है। इसके अलावा, लिवर डैमेज और हार्ट डिजीज जैसी गंभीर बीमारियों का जोखिम भी बढ़ जाता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि शराब शरीर में टूटकर एसीटैल्डिहाइड नामक एक यौगिक में बदलती है, जो डीएनए को नुकसान पहुंचाता है और कैंसर की संभावना को काफी हद तक बढ़ा देता है।
डब्ल्यूएचओ के आंकड़े और भी डरावने
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, जो पुरुष रोजाना दो पिंट बीयर पीते हैं उनमें कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा 38% तक बढ़ जाता है। साथ ही, मुंह और गले के कैंसर का खतरा 94% और लिवर कैंसर का खतरा 84% तक होता है। इसके अलावा, यहां तक कि रोज एक पैग शराब पीने वालों में भी बाउल कैंसर का खतरा 17% तक बढ़ जाता है। इन आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि शराब की कम मात्रा भी स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकती है।
रेड वाइन का हेल्दी होने का मिथक भी टूटा
कई सालों से कहा जाता रहा है कि रेड वाइन में मौजूद रेस्वेराट्रॉल (Resveratrol) दिल के लिए फायदेमंद होता है। लेकिन नई रिसर्च में यह स्पष्ट कर दिया गया है कि यह तत्व अंगूर, बेरीज, ग्रीन टी और कॉफी में भी पाया जाता है। इसलिए वाइन के नाम पर शराब पीने को हेल्दी मानना अब गलत साबित हो चुका है।
पुरुषों के लिए शराब छोड़ना क्यों ज्यादा मुश्किल?
प्रोफेसर रिचर्ड कुक के अनुसार, पुरुषों के लिए शराब छोड़ना कई बार सामाजिक कारणों से काफी मुश्किल हो जाता है। एक सर्वे में पाया गया कि 25% पुरुषों को लगता है कि अगर वे शराब नहीं पीएंगे, तो लोग उन्हें बोरिंग या नीरस समझेंगे। वहीं, 20% पुरुषों ने माना कि उन्होंने वर्किंग डे में शराब पीकर ऑफिस से छुट्टी ली है। ये आंकड़े इस बात को दर्शाते हैं कि पीयर प्रेशर और सामाजिक आदतें शराब की लत को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाती हैं।
विशेषज्ञों की सलाह: जितना हो सके शराब से दूर रहें
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की राय बिल्कुल स्पष्ट है - शराब से पूरी तरह दूरी बनाना ही सबसे बेहतर और सुरक्षित विकल्प है। हालांकि, अगर यह संभव न हो तो कुछ सावधानीपूर्वक उपाय अपनाकर शराब के नुकसान को कम किया जा सकता है। जैसे, हफ्ते में शराब पीने के दिनों की संख्या को सीमित करना, लो-अल्कोहल या नो-अल्कोहल ड्रिंक का चुनाव करना, हर बार पीने वाली ड्रिंक की मात्रा को ट्रैक करना, और खुद को शराब से जुड़ी सामाजिक दबावों से दूर रखने की कोशिश करना। ये उपाय न केवल स्वास्थ्य को सुरक्षित रखते हैं बल्कि शराब की लत लगने के जोखिम को भी घटाते हैं।