क्या आपने कभी सोचा है Keyboard के बटन ABCD सीधे क्यों नहीं होते? जानिए दिलचस्प वजह

punjabkesari.in Thursday, Dec 11, 2025 - 07:37 PM (IST)

नेशनल डेस्क : आज के समय में कंप्यूटर और लैपटॉप ऐसे गैजेट बन गए हैं, जिनका उपयोग हर जगह आम हो गया है। लगभग हर घर में आपको कोई न कोई कंप्यूटर या लैपटॉप देखने को मिल जाएगा। और जिन लोगों के पास यह नहीं है, उनके पास स्मार्टफोन होना लगभग तय है। लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि कंप्यूटर, लैपटॉप या मोबाइल फोन के कीबोर्ड पर अक्षर A, B, C, D जैसी क्रमबद्ध स्थिति में नहीं होते हैं? इसमें अक्षरों की व्यवस्था इस तरह क्यों की गई है, यह बहुत कम लोग जानते हैं। आइए, जानते हैं इस रहस्य के बारे में।

कीबोर्ड पर अक्षर उल्टे-सीधे क्यों हैं?
अगर आप अपने कंप्यूटर या लैपटॉप के कीबोर्ड पर नजर डालें, तो पाएंगे कि पहला अक्षर Q है और आखिरी अक्षर M। बीच में A और B काफी दूर-दूर स्थित हैं। कई लोग सोचते हैं कि अल्फाबेट क्रम में भी क्यों नहीं रखा गया। इसका कारण टाइपिंग की प्रक्रिया से जुड़ा हुआ है। शुरुआती दिनों में, टाइपिंग मशीनों पर तेज़ गति से टाइप करने पर मशीन जाम हो जाती थी। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए अक्षरों को एक-दूसरे से दूर रखा गया ताकि अधिक उपयोग होने वाले अक्षर आपस में टकराएँ और मशीन जाम न हो।

अल्फाबेट का क्रम पहले था सामान्य
असल में, जब टाइपराइटर का आविष्कार हुआ था, तब अक्षर एक क्रम में ही होते थे। परंतु जल्द ही यह समस्या सामने आई कि तेजी से टाइप करने पर अक्सर मशीन जाम हो जाती थी। खासकर ऐसे अक्षर, जो अक्सर इस्तेमाल होते थे, वे आपस में टकरा जाते थे। इसके बाद क्रिस्टोफर लैथम शोल्स ने कीबोर्ड पर अक्षरों की ऐसी व्यवस्था की, जिससे मशीन जाम होने की समस्या कम हो गई। उन्होंने अक्षरों को इस तरह व्यवस्थित किया कि अधिक इस्तेमाल होने वाले अक्षर एक-दूसरे से दूर रहें।

इस नए लेआउट को ‘QWERTY’ कहा जाने लगा। यदि आप कीबोर्ड देखें, तो पहले छह अक्षर ‘QWERTY’ ही हैं। इस लेआउट की लोकप्रियता इतनी अधिक हो गई कि आज भी अधिकांश कीबोर्ड इसी पैटर्न पर आधारित हैं। एक बार लोग इस लेआउट के आदी हो जाने के बाद इसे बदलना मुश्किल हो गया। यही कारण है कि आज भी हम टाइपिंग करते समय उसी QWERTY कीबोर्ड का उपयोग करते हैं।


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Content Editor

Shubham Anand

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