Silver Price Hike: चांदी रोज रच रहा इतिहास! एक हफ्ते में इतना आया उछाल, तोड़ा पुराना रिकॉर्ड
punjabkesari.in Saturday, Dec 27, 2025 - 08:16 PM (IST)
नेशनल डेस्क : सोना और चांदी जैसी बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। खासकर चांदी के दाम इन दिनों आसमान छूते नजर आ रहे हैं। शुक्रवार के कारोबारी दिन देश की राजधानी दिल्ली में चांदी के भाव में जोरदार उछाल दर्ज किया गया, जहां इसकी कीमत 9,350 रुपये प्रति किलोग्राम तक बढ़ गई।
इस तेज उछाल के बाद चांदी की कीमत 2,36,350 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंच गई। अगर पिछले एक सप्ताह की बात करें तो 19 दिसंबर को चांदी करीब 2,04,100 रुपये प्रति किलोग्राम के आसपास कारोबार कर रही थी। वहीं अब इसकी कीमत 2,36,000 रुपये प्रति किलोग्राम के पार निकल चुकी है। ऐसे में निवेशकों और बाजार पर नजर रखने वालों के लिए यह तेजी चर्चा का विषय बनी हुई है।
विदेशी बाजारों में भी तेज रफ्तार
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी चांदी की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। स्पॉट सिल्वर पहली बार 75 डॉलर प्रति आउंस के ऊपर पहुंच गया है। इस दौरान कीमत में 3.72 डॉलर यानी करीब 5.18 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई। कारोबार के दौरान चांदी का भाव बढ़कर 75.63 डॉलर प्रति आउंस के रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गया, जो अब तक का उच्चतम स्तर माना जा रहा है।
क्यों बढ़ रही है चांदी की मांग?
चांदी की कीमतों में आई इस तेजी की सबसे बड़ी वजह औद्योगिक मांग में लगातार हो रहा इजाफा बताया जा रहा है। फैक्ट्रियों और तकनीकी क्षेत्रों में चांदी की मांग तेजी से बढ़ी है। इसके अलावा वैश्विक स्तर पर चांदी का उत्पादन सीमित है, जबकि मांग लगातार बढ़ रही है, जिससे कीमतों पर ऊपर की ओर दबाव बना हुआ है। सॉलिड-स्टेट बैटरी जैसे उभरते तकनीकी सेगमेंट में चांदी एक अहम तत्व मानी जाती है। इलेक्ट्रिक वाहनों (EV), सोलर एनर्जी सेक्टर और अन्य आधुनिक तकनीकों में चांदी का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जा रहा है। यही कारण है कि इंडस्ट्रियल डिमांड चांदी की कीमतों को लगातार सहारा दे रही है।
आपूर्ति और मांग के बीच बड़ा अंतर
विशेषज्ञों का मानना है कि वर्तमान में दुनिया भर में चांदी का उत्पादन करीब 850 मिलियन औंस के आसपास है, जबकि इसकी मांग लगभग 1.16 बिलियन औंस तक पहुंच चुकी है। इस बड़े अंतर ने भी कीमतों में तेज उछाल को बढ़ावा दिया है। इसके अलावा अमेरिका और वेनेजुएला के बीच बढ़ते तनाव का असर भी चांदी के निर्यात पर पड़ सकता है, जिससे आने वाले समय में कीमतों में और उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
