लीवर के लिए दवा नही जहर बन रहे ये 5 सप्लीमेंट्स, पहुंचा रहे भारी नुकसान
punjabkesari.in Monday, Oct 13, 2025 - 04:40 PM (IST)
नेशनल डेस्क : लिवर हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो खून को फिल्टर करने, भोजन को पचाने, डिटॉक्सिफिकेशन सहित करीब 500 कार्य करता है। लेकिन आधुनिक जीवनशैली और गलत खानपान के कारण लिवर से जुड़ी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। कई लोग अपनी न्यूट्रिशन संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए सप्लीमेंट्स का सहारा लेते हैं, लेकिन विशेषज्ञों की चेतावनी है कि कुछ सप्लीमेंट्स लिवर के लिए जहर बन सकते हैं। हाल की रिसर्च और रिपोर्ट्स के मुताबिक, गलत सप्लीमेंट्स के सेवन के कारण कई लोगों को आपातकालीन स्थिति में अस्पताल में भर्ती होना पड़ रहा है, और उनके लिवर व किडनी की कार्यक्षमता पर बुरा असर पड़ रहा है।
लिवर के लिए खतरा बन रहे हैं ये सप्लीमेंट्स
रिपोर्ट्स के अनुसार, अकेले संयुक्त राज्य अमेरिका में 1.5 करोड़ से अधिक वयस्क हर्बल और अन्य सप्लीमेंट्स का उपयोग करते हैं, जो लिवर के लिए गंभीर जोखिम पैदा कर सकते हैं। विशेषज्ञों ने कुछ ऐसे सप्लीमेंट्स की पहचान की है, जो अनजाने में लिवर को नुकसान पहुंचा रहे हैं। आइए जानते हैं उन पांच सप्लीमेंट्स के बारे में, जिनका अत्यधिक सेवन आपके लिवर की सेहत को खतरे में डाल सकता है।
1. ग्रीन टी एक्सट्रैक्ट
ग्रीन टी एक्सट्रैक्ट को वजन घटाने के लिए एक लोकप्रिय सप्लीमेंट के रूप में प्रचारित किया जाता है, लेकिन यह लिवर में सूजन और गंभीर क्षति का कारण बन सकता है। थकान, मतली, और पीलिया जैसे लक्षण ग्रीन टी एक्सट्रैक्ट के दुष्प्रभावों की चेतावनी हो सकते हैं। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि इसका उपयोग बिना चिकित्सकीय परामर्श के न करें।
2. विटामिन ए
विटामिन ए आंखों की सेहत और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए जरूरी है, लेकिन इसकी अधिक मात्रा में सेवन से हाइपरविटामिनोसिस ए की स्थिति हो सकती है, जो लिवर को नुकसान पहुंचाती है। इसके साइड इफेक्ट्स में चक्कर आना, मतली, और लिवर का आकार बढ़ना शामिल है।
3. आयरन
आयरन खून में ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए आवश्यक है, लेकिन इसकी अत्यधिक मात्रा लिवर को नुकसान पहुंचा सकती है। एनीमिया से पीड़ित लोगों को आयरन सप्लीमेंट्स केवल डॉक्टर की सलाह पर ही लेने चाहिए, अन्यथा यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
4. हल्दी
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन अपने सूजन-रोधी गुणों के लिए जाना जाता है, और सामान्य मात्रा में इसका सेवन सुरक्षित है। लेकिन सप्लीमेंट के रूप में हल्दी की अधिक मात्रा लिवर को नुकसान पहुंचा सकती है। विशेषज्ञ सुझाव देते हैं कि हल्दी सप्लीमेंट्स का उपयोग सावधानी से करें।
5. नियासिन (विटामिन बी3)
नियासिन को कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित करने के लिए उपयोग किया जाता है, लेकिन इसकी अधिकता से लिवर टॉक्सिसिटी हो सकती है। इसके दुष्प्रभावों में पीलिया, पेट दर्द, और लिवर एंजाइम्स का स्तर बढ़ना शामिल है।
