भारत में बियर, रम, वोदका से ज्यादा इसके दीवाने हैं लोग, आंकड़े जान उड़ जाएगें होश

punjabkesari.in Monday, Nov 24, 2025 - 07:49 PM (IST)

नेशनल डेस्क : भारत में खान-पान और जीवनशैली की चर्चा हो और शराब का जिक्र न आए, ऐसा कम ही होता है। आम धारणा यह है कि गर्मियों में बीयर या पार्टियों में वोडका का चलन सबसे ज्यादा रहता है, लेकिन बाजार के ताजा आंकड़े इस सोच को पूरी तरह बदल देते हैं। भारत दुनिया के सबसे बड़े शराब बाजारों में शामिल है, और यहां पीने वालों की संख्या करोड़ों में है। कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान शराब की दुकानों के बाहर लगी लंबी कतारों ने साफ दिखा दिया था कि देश में शराब की मांग कितनी अधिक है। ऐसे में बड़ा सवाल है, भारत आखिर सबसे ज्यादा क्या पीता है?

व्हिस्की का दबदबा, बाकी सब पीछे
ताजा आंकड़ों के मुताबिक, भारतीय बाजार में व्हिस्की का दबदबा सबसे ज्यादा है। रम, बीयर और वोडका की मौजूदगी के बावजूद व्हिस्की की लोकप्रियता का मुकाबला कोई नहीं कर पाता। रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत में बिकने वाली कुल शराब में से 60% से अधिक हिस्सा सिर्फ व्हिस्की का है। यानी बाजार में अगर 10 बोतल शराब बिकती है, तो उनमें से 6 बोतलें व्हिस्की की होती हैं। रम और बीयर की खपत भी अच्छी है, लेकिन व्हिस्की के सामने उनका बाजार सीमित दिखाई देता है।

दुनिया में चमक रहे भारतीय व्हिस्की ब्रांड
भारतीय व्हिस्की की मांग सिर्फ देश के भीतर ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी तेजी से बढ़ रही है। वैश्विक शराब उद्योग से जुड़े विश्लेषण बताते हैं कि दुनिया में सबसे ज्यादा बिकने वाले टॉप 20 व्हिस्की ब्रांड्स में से आधे से ज्यादा ब्रांड भारत के हैं। घरेलू बाजार में व्हिस्की की हिस्सेदारी इतनी मजबूत है कि यह कुल शराब बाजार के लगभग दो-तिहाई हिस्से पर कब्जा जमाए हुए है। वैश्विक आर्थिक मंदी के बावजूद भारतीय व्हिस्की बाजार तेजी से आगे बढ़ रहा है और इसकी मांग साल दर साल वृद्धि दर्ज कर रही है।

अगले 5 साल बदल देंगे भारत का शराब बाजार
शराब उद्योग की निगाहें भारतीय बाजार के भविष्य पर टिकी हैं। रिपोर्ट्स बताती हैं कि आने वाले पांच वर्षों में 10 करोड़ भारतीय ऐसे होंगे जो कानूनी रूप से शराब पीने की उम्र में प्रवेश करेंगे। इतनी बड़ी आबादी के बाजार में आने से शराब उद्योग, विशेषकर व्हिस्की उत्पादकों, की बिक्री में भारी उछाल आने की संभावना है। कंपनियों के लिए भारत दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता उपभोक्ता बाजार बन रहा है।

आखिर व्हिस्की ही क्यों है भारत की पसंद?
यह सवाल महत्वपूर्ण है कि भारत में व्हिस्की की ऐसी दीवानगी क्यों है? विशेषज्ञों का मानना है कि इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है किफायती कीमत और आसान उपलब्धता। भारत एक मूल्य-संवेदनशील बाजार है, जहां उपभोक्ता ‘किफायती प्रोडक्ट’ को प्राथमिकता देते हैं। व्हिस्की ऐसे कई ब्रांड्स में उपलब्ध है जो बजट में फिट बैठते हैं। सस्ती रेंज से लेकर प्रीमियम ब्रांड तक, हर वर्ग के लिए विकल्प मौजूद हैं। नशा, स्वाद, कीमत और उपलब्धता का संतुलित मेल व्हिस्की को भारतीयों की पहली पसंद बनाता है। छोटा जश्न हो या बड़ा आयोजन भारतीयों की गिलासों में व्हिस्की ने अपनी मजबूत जगह बना ली है।


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Content Editor

Shubham Anand

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