सही समय पर करें यह उपाय, भगवान शिव-शनिदेव देंगे मनचाहा वरदान

punjabkesari.in Saturday, Jul 23, 2016 - 09:47 AM (IST)

शास्त्रों में सावन मास के शनिवार का विशिष्ट महत्व बताया गया है। इस दिन भगवान शंकर और शनिदेव की पूजा करके व्यक्ति अपनी असफलता को सफलता में बदल सकता है। सावन मास के शनिवार को करें यह उपाय 

 

पितृ दोष निवारण: ज्योतिषशास्त्र के अनुसार पितृ गण नाराज हों तब सामने आई सफलता अचानक असफलता में बदल जाती है। पितृ गणों की नाराजगी से संतान सुख में भी बाधा आती है। 

 * दूध में तिल मिलाकर अभिषेक करना चाहिए। 

 

* पीपल की जड़ में दूध चढ़ाना चाहिए तथा पीपल के नीचे तिल के तेल का दीपक जलाना चाहिए।

 

 * पीपल के पत्तों पर पांच प्रकार की मिठाईयां रखकर पितरों का ध्यान करना चाहिए। इसके बाद पीपल के वृक्ष की परिक्रमा करें तथा प्रसाद खुद न खाकर, गरीबों में बांट दें। 

 

रोग निवारण: जो लोग बहुत लंबे समय से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से घिरे हैं उन्हें  इस दिन मौन रहकर प्रातःकाल पानी में दूध और तिल मिलाकर स्नान करने का बड़ा महत्व है। ऐसा करने से एक हजार गाय दान करने का फल प्राप्त होता है। साथ ही निश्चित ही रोग और कष्टों से राहत मिलती है। 

 

पारिवारिक कष्ट निवारण: घर की पारिवारिक समस्याओं का निवारण करने के लिए-

 

* किसी भी काले शिवलिंग पर दूध में शहद मिलाकर अभिषेक करें। 

 

* शनिदेव की मूर्ति पर बेसन से बने मिष्ठान चढ़ाएं तथा मां तारा के चित्र पर नीले फूल चढ़ाएं। 

 

इन उपायों से पारिवारिक शांति व संतान संबंधी समस्याओं से भी छुटकारा मिल जाएगा। माता-पिता यदि संतान की मनमानी या व्यवहार से दुखी हों तो इस दिन की गई आराधना से उनके संकट का निवारण होगा।

 

व्यवसायिक दोष निवारण: जिन व्यक्तियों को जीवन में में बार-बार कष्ट और आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है अथवा जिनका व्यवसाय काफी मेहनत करने के बाद भी फलीभूत नहीं हो पाता है,वह शुभ फलों के लिए

 

* शनिवार को काल भैरव और शनिदेव की आराधना करें। प्रसाद स्वरूप साबुत उड़द में दही और शहद मिलाकर अर्पित करें। 

 

* उपाय स्वरुप काले कपड़े में आठ सौ ग्राम लकड़ी के कोयले व एक नारियल रखें, फिर जल में प्रवाहित करें।

आचार्य कमल नंदलाल

ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com 


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