हरित हाइड्रोजन के उत्पादन को सस्ता, सुलभ बनाएं उद्योग जगत : मांडविया
punjabkesari.in Friday, Jun 24, 2022 - 07:13 PM (IST)
नयी दिल्ली, 24 जून (भाषा) केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को उद्योग जगत से पर्यावरण अनुकूल ‘हरित हाइड्रोजन’ के उत्पादन को किफायती और सुलभ बनाने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि भौगोलिक लाभ के कारण भारत के पास हरित हाइड्रोजन के क्षेत्र में अपार सभावनाएं है।
मांडविया ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार अकेले हरित ऊर्जा के लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकती है। इसके लिए उद्योगों, शिक्षाविदों और सरकार के बीच तालमेल की जरूरत है।
सरकार ने राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन के तहत वर्ष 2030 तक 50 लाख टन हरित हाइड्रोजन के उत्पादन और नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता से संबंधित विकास को बढ़ावा देने का लक्ष्य रखा है।
एक आधिकारिक बयान में मंडाविया के हवाले से कहा गया, ‘‘हमें अनुसंधान और उत्पादन क्षेत्र में बढ़ने और हरित हाइड्रोजन के विकास और उत्पादन में नवाचार करने की जरूरत है। सरकार अकेले हरित ऊर्जा के लक्ष्य को हासिल नहीं कर सकती है।’’
इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने सभी से न केवल देश के लिए बल्कि दुनिया के लिए हरित हाइड्रोजन के उत्पादन को सस्ता और सुलभ बनाने की दिशा में काम करने का आग्रह किया।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
उन्होंने कहा कि भौगोलिक लाभ के कारण भारत के पास हरित हाइड्रोजन के क्षेत्र में अपार सभावनाएं है।
मांडविया ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार अकेले हरित ऊर्जा के लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकती है। इसके लिए उद्योगों, शिक्षाविदों और सरकार के बीच तालमेल की जरूरत है।
सरकार ने राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन के तहत वर्ष 2030 तक 50 लाख टन हरित हाइड्रोजन के उत्पादन और नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता से संबंधित विकास को बढ़ावा देने का लक्ष्य रखा है।
एक आधिकारिक बयान में मंडाविया के हवाले से कहा गया, ‘‘हमें अनुसंधान और उत्पादन क्षेत्र में बढ़ने और हरित हाइड्रोजन के विकास और उत्पादन में नवाचार करने की जरूरत है। सरकार अकेले हरित ऊर्जा के लक्ष्य को हासिल नहीं कर सकती है।’’
इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने सभी से न केवल देश के लिए बल्कि दुनिया के लिए हरित हाइड्रोजन के उत्पादन को सस्ता और सुलभ बनाने की दिशा में काम करने का आग्रह किया।
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