डेयरी उत्पादों को किसी भी देश के साथ मुक्त व्यापार समझौते से बाहर रखा जाए : बालियान

punjabkesari.in Tuesday, May 17, 2022 - 07:25 PM (IST)

नयी दिल्ली, 17 मई (भाषा) केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय का मानना है कि दूध और डेयरी उत्पादों को भारत के किसी भी देश के साथ मुक्त व्यापार समझौतों से बाहर रखा जाना चाहिए। केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी राज्यमंत्री संजीव कुमार बालियान ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय किसी भी देश या भौगोलिक समूह के साथ मुक्त व्यापार करार में डेयरी उत्पादों को शामिल किए जाने के पक्ष में नहीं है।
बालियान 12 से 15 सितंबर तक इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट, ग्रेटर नोएडा में आयोजित होने वाले आईडीएफ विश्व दिवस शिखर सम्मेलन की घोषणा के लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। यह कार्यक्रम भारत में लगभग पांच दशक बाद ‘पोषण और आजीविका के लिए डेयरी’ विषय पर आयोजित किया जा रहा है।
इस कार्यक्रम में 40 से अधिक दुग्ध उत्पादक देशों के डेयरी किसानों, डेयरी उत्पाद निर्माताओं, वैज्ञानिकों, डेयरी एसोसिएशन के अधिकारियों सहित लगभग 1,500 हितधारकों के आने की उम्मीद है।
उन्होंने इस मुद्दे पर एक सवाल का जवाब देते हुए संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारा मंत्रालय चाहता है कि दूध और डेयरी उत्पादों को मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) में शामिल नहीं किया जाना चाहिए।’’ बालियान ने दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने और उत्पादन लागत को कम करने के लिए मवेशियों के नस्ल विकास पर जोर दिया।
मंत्री ने कहा कि लागत में वृद्धि हुई है और दूध की कीमतें उसी के अनुरूप बढ़नी चाहिए। हालांकि, उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं के हितों की भी रक्षा करने की जरूरत है।
बालियान ने राज्यों से दूध में मिलावट के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा।
पशुपालन और डेयरी विभाग के सचिव अतुल चतुर्वेदी ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष के दौरान डेयरी निर्यात में 100 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा कि उपभोक्ता मूल्य का 70-80 प्रतिशत किसानों को दिया जाता है।
राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) के चेयरमैन मीनेश शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आईडीएफ विश्व दिवस शिखर सम्मेलन के उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया गया है।
कोविड-19 महामारी के कारण शिखर सम्मेलन दो साल के अंतराल के बाद आयोजित किया जा रहा है।


यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।

सबसे ज्यादा पढ़े गए

PTI News Agency

Recommended News

Related News