अगले वित्त वर्ष के लिए कृषि ऋण लक्ष्य में वृद्धि से किसानों का नकदी संकट दूर होगा : तोमर
2021-02-23T22:07:52.077

नयी दिल्ली, 23 फरवरी (भाषा) कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि सरकार के अगले वित्त वर्ष 2021-22 के लिए कृषि ऋण के लक्ष्य को बढ़ाकर 16.5 लाख करोड़ रुपये करने के फैसले से किसानों का नकदी संकट दूर करने में मदद मिलेगी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में अगले वित्त वर्ष के लिए कृषि ऋण के लक्ष्य को 10 प्रतिशत बढ़ाकर 16.5 लाख करोड़ रुपये करने का प्रस्ताव किया है। चालू वित्त वर्ष के लिए यह लक्ष्य 15 लाख करोड़ रुपये है।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (एनएफएसएम) कार्यक्रम की एक बैठक को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार ने पिछले साढ़े छह साल के दौरान कृषि उत्पादन और किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए कई उपाय किए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘आम बजट में कृषि ऋण के लिए 16.5 लाख करोड़ रुपये के प्रावधान से किसानों के नकदी संकट को दूर करने में मदद मिलेगी।’’
उन्होंने कहा कि सरकार दलहल और तिलहन उत्पादन बढ़ाने के लिए मिशन के रूप में काम कर रही है। तोमर ने कहा कि पिछले कुछ साल के दौरान दलहन उत्पादन बढ़ा है और इसे और बढ़ाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि सरसों का बुवाई क्षेत्रफल बढ़ा है और इसे कायम रखने की जरूरत है।
तोमर ने इस बात पर जोर दिया कि किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का लाभ मिलना चाहिए।
उन्होंने कृषि क्षेत्र के लिए पीएम-किसान योजना जैसी विभिन्न पहल का भी जिक्र किया।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में अगले वित्त वर्ष के लिए कृषि ऋण के लक्ष्य को 10 प्रतिशत बढ़ाकर 16.5 लाख करोड़ रुपये करने का प्रस्ताव किया है। चालू वित्त वर्ष के लिए यह लक्ष्य 15 लाख करोड़ रुपये है।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (एनएफएसएम) कार्यक्रम की एक बैठक को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार ने पिछले साढ़े छह साल के दौरान कृषि उत्पादन और किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए कई उपाय किए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘आम बजट में कृषि ऋण के लिए 16.5 लाख करोड़ रुपये के प्रावधान से किसानों के नकदी संकट को दूर करने में मदद मिलेगी।’’
उन्होंने कहा कि सरकार दलहल और तिलहन उत्पादन बढ़ाने के लिए मिशन के रूप में काम कर रही है। तोमर ने कहा कि पिछले कुछ साल के दौरान दलहन उत्पादन बढ़ा है और इसे और बढ़ाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि सरसों का बुवाई क्षेत्रफल बढ़ा है और इसे कायम रखने की जरूरत है।
तोमर ने इस बात पर जोर दिया कि किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का लाभ मिलना चाहिए।
उन्होंने कृषि क्षेत्र के लिए पीएम-किसान योजना जैसी विभिन्न पहल का भी जिक्र किया।
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