वित्त वर्ष 2023-24 में कृषि क्षेत्र का उत्पादन बढ़कर ₹29.49 लाख करोड़ पहुंचा: सरकारी आंकड़े
punjabkesari.in Saturday, Jun 28, 2025 - 02:55 PM (IST)

नई दिल्लीः राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-24 में कृषि और संबद्ध क्षेत्रों (Agriculture and Allied Sectors) का सकल उत्पादन मूल्य (Gross Value of Output - GVO) 54.6% की वृद्धि के साथ बढ़कर ₹29.49 लाख करोड़ हो गया है। यह आंकड़े स्थिर कीमतों (2011-12 के आधार) पर हैं।
यह जानकारी 'Statistical Report on Value of Output from Agriculture and Allied Sectors (2011-12 to 2023-24)' नामक वार्षिक रिपोर्ट के तहत जारी की गई है।
प्रमुख आंकड़े:
- 2011-12 में कृषि GVO 19.08 लाख करोड़ था, जो 2023-24 में ₹29.49 लाख करोड़ हो गया।
- वर्तमान कीमतों पर कृषि और संबद्ध क्षेत्रों का सकल मूल्य वर्धन (Gross Value Added - GVA) 225% बढ़कर ₹15.02 लाख करोड़ से ₹48.78 लाख करोड़ पहुंच गया है।
- यह रिपोर्ट फसल, पशुपालन, वानिकी एवं लॉगिंग, और मत्स्यपालन जैसे क्षेत्रों के उत्पादन मूल्यों का विस्तृत विवरण देती है।
फसल क्षेत्र का वर्चस्व बरकरार
2023-24 में कृषि क्षेत्र के कुल उत्पादन में सबसे बड़ा योगदान फसल क्षेत्र का रहा, जिसका GVO 15.95 लाख करोड़ रहा और यह कुल GVO का 54.1% था।
- अनाज और फल-सब्ज़ियों ने फसल क्षेत्र के कुल GVO का 52.5% हिस्सा दिया।
- चावल और गेहूं ने 2023-24 में सभी अनाजों के कुल GVO का लगभग 85% योगदान दिया।
राज्यवार योगदान
उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब, तेलंगाना और हरियाणा ने अनाज GVO में संयुक्त रूप से 53% योगदान दिया। उत्तर प्रदेश का योगदान घटकर 18.6% (2011-12) से 17.2% (2023-24) हो गया, फिर भी यह सबसे ऊपर रहा।
फल और सब्ज़ी क्षेत्र में बदलाव
- केले का GVO 47,000 करोड़ रहा, जो आम (₹46,100 करोड़) से अधिक रहा। 2011-22 तक आम सबसे ऊपर था।
- आलू सब्ज़ी वर्ग में सबसे बड़ा योगदानकर्ता बना रहा, जिसका GVO 2011-12 में ₹21,300 करोड़ से बढ़कर 2023-24 में ₹37,200 करोड़ हो गया।
फूलों की खेती में जबरदस्त वृद्धि
फ्लोरिकल्चर (फूलों की खेती) का GVO लगभग दोगुना होकर ₹17,400 करोड़ (2011-12) से बढ़कर ₹28,100 करोड़ (2023-24) हो गया, जो बागवानी में बढ़ती व्यावसायिक रुचि को दर्शाता है।