जेबीएम रिन्यूबल्स ने 500 बॉयोगैस परियोजनाएं लगाने को लेकर पेट्रोलियम मंत्रालय के साथ समझौता किया
2020-11-23T23:05:14.433

नयी दिल्ली, 23 नवंबर (भाषा) जेबीएम समूह की कंपनी जेबीएम रिन्यूबल्स ने देश में 500 कॉम्प्रेस्ड बॉयोगैस (सीबीजी) परियोजनाएं स्थापित करने के लिये पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये।
कंपनी ने सोमवार को एक बयान में यह जानकारी दी। समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान की मौजूदगी में किये गये।
इस मौके पर प्रधान ने कहा, ‘‘देश में 5,000 सीबीजी संयंत्र स्थापित किये जाने की योजना है जिसमें 2,000 अरब रुपये का निवेश अनुमानित है। एमओयू के तहत जेबीएम रिन्यूबल्स देश भर में 500 सीबीजी उत्पादन परियोजनाएं स्थापित करेगी।
जेबीएम रिन्यूबल्स उन चार कंपनियों में है, जिसे सरकार ने बॉयोगैस कार्यक्रम के लिये चिन्हित किया है। कंपनी सतत वैकल्पिक किफाती परिवहन (एसएटीएटी) कार्यक्रम के तहत पेट्रोलियम मंत्रालय के साथ मिलकर काम करेगी।
प्रधान ने एसएटीएटी पहल के तहत 900 सीबीजी संयंत्र स्थापित करने को लेकर एमओयू पर दस्तखत के बाद कहा कि मंत्रालय इस संयंत्रों को स्थापित और परिचालन में मदद उपलब्ध कराएगा।
योजना के तहत 2023-24 तक 5,000 सीबीजी संयंत्र स्थापित करने का लक्ष्य है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
कंपनी ने सोमवार को एक बयान में यह जानकारी दी। समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान की मौजूदगी में किये गये।
इस मौके पर प्रधान ने कहा, ‘‘देश में 5,000 सीबीजी संयंत्र स्थापित किये जाने की योजना है जिसमें 2,000 अरब रुपये का निवेश अनुमानित है। एमओयू के तहत जेबीएम रिन्यूबल्स देश भर में 500 सीबीजी उत्पादन परियोजनाएं स्थापित करेगी।
जेबीएम रिन्यूबल्स उन चार कंपनियों में है, जिसे सरकार ने बॉयोगैस कार्यक्रम के लिये चिन्हित किया है। कंपनी सतत वैकल्पिक किफाती परिवहन (एसएटीएटी) कार्यक्रम के तहत पेट्रोलियम मंत्रालय के साथ मिलकर काम करेगी।
प्रधान ने एसएटीएटी पहल के तहत 900 सीबीजी संयंत्र स्थापित करने को लेकर एमओयू पर दस्तखत के बाद कहा कि मंत्रालय इस संयंत्रों को स्थापित और परिचालन में मदद उपलब्ध कराएगा।
योजना के तहत 2023-24 तक 5,000 सीबीजी संयंत्र स्थापित करने का लक्ष्य है।
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