वर्ष 2023 तक शीतभंडारगृह रीअल एस्टेट की जगह बढ़कर 150 करोड़ वर्ग फीट हो जायेगी: रिपोर्ट
punjabkesari.in Saturday, Oct 17, 2020 - 09:26 PM (IST)
नयी दिल्ली, 17 अक्टूबर (भाषा) परिसंपत्ति सलाहकार सीबीआरई ने कहा कि ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर खाद्य और किराने का सामान की बढ़ती मांग से शीत भंडारगृहों के व्यवसाय में वृद्धि होगी। उसने अनुमान व्यक्त किया है कि इस खंड में कुल भंडारण क्षमता और साथ ही रीयल एस्टेट की जगह वर्ष 2023 तक दोगुनी हो जाएगी।
कोल्ड स्टोरेज सेगमेंट पर अपनी रिपोर्ट में, सीबीआरई ने कहा वर्ष 2018 में समग्र कोल्ड स्टोरेज के रीअल एस्टेट की जगह 75-80 करोड़ वर्ग फुट थी और वर्ष 2023 तक रीअल एस्टेट की जरूरत बढ़कर 140–150 करोड़ वर्ग फुट तक बढ़ने की उम्मीद है।
समग्र कोल्ड स्टोरेज की क्षमता वर्ष 2018 में 3.7-3.9 करोड़ टन भंडारण करने की थी और वर्ष 2023 तक इसके दोगुने होकर सात से साढ़े सात करोड़ टन होने की उम्मीद है।
सीबीआरई के भारत तथा दक्षिण पूर्व एशिया, मध्य पूर्व और अफ्रीका के अध्यक्ष, अंशुमान मैगजीन ने कहा, ‘‘शीतभंडार गृह (कोल्ड स्टोरेज) सुविधाएं खाद्य उत्पादों के स्वजीवन में बढ़ोतरी में एक बड़ी भूमिका निभाती हैं। ये सुविधाएं ताजा खाद्य उत्पादन और वितरण के साथ-साथ स्वास्थ्य देखरेख तथा फूलों और रसायनों जैसे अन्य उत्पादों का कारोबार करने वाले कई उद्योगों के लिए उपयोगीहैं।’’
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
कोल्ड स्टोरेज सेगमेंट पर अपनी रिपोर्ट में, सीबीआरई ने कहा वर्ष 2018 में समग्र कोल्ड स्टोरेज के रीअल एस्टेट की जगह 75-80 करोड़ वर्ग फुट थी और वर्ष 2023 तक रीअल एस्टेट की जरूरत बढ़कर 140–150 करोड़ वर्ग फुट तक बढ़ने की उम्मीद है।
समग्र कोल्ड स्टोरेज की क्षमता वर्ष 2018 में 3.7-3.9 करोड़ टन भंडारण करने की थी और वर्ष 2023 तक इसके दोगुने होकर सात से साढ़े सात करोड़ टन होने की उम्मीद है।
सीबीआरई के भारत तथा दक्षिण पूर्व एशिया, मध्य पूर्व और अफ्रीका के अध्यक्ष, अंशुमान मैगजीन ने कहा, ‘‘शीतभंडार गृह (कोल्ड स्टोरेज) सुविधाएं खाद्य उत्पादों के स्वजीवन में बढ़ोतरी में एक बड़ी भूमिका निभाती हैं। ये सुविधाएं ताजा खाद्य उत्पादन और वितरण के साथ-साथ स्वास्थ्य देखरेख तथा फूलों और रसायनों जैसे अन्य उत्पादों का कारोबार करने वाले कई उद्योगों के लिए उपयोगीहैं।’’
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