प्रेरणात्मक कहानी: जीवन में हर कदम पर चाहिए सफलता, गांठ बांध लें यह सीख

punjabkesari.in Tuesday, Jul 19, 2016 - 02:07 PM (IST)

एक बार एक जीव विज्ञानी द्वारा एक प्रयोग किया गया। उसने एक शार्क को एक बड़े टैंक में डाला और कुछ छोटी मछलियों को उस टैंक में छोड़ा। जैसे ही शार्क ने छोटी मछलियों को टैंक में देखा, उसने हमला कर उन्हें अपना भोजन बना लिया। अब टैंक के बीचों-बीच एक मजबूत स्पष्ट कांच डालकर, टैंक को दो भागों में बांट दिया गया। एक हिस्से में शार्क को छोड़ा गया और दूसरे हिस्से में छोटी-छोटी मछलियों को।  
 
छोटी मछलियों को देखकर शार्क ने फिर हमला किया लेकिन बीच में स्पष्ट कांच की दीवार होने से शार्क उन तक नहीं पहुंच पा रही थी। शार्क मछलियों तक पहुंचने का बार-बार प्रयास करती और हर बार उसका मुंह कांच से टकरा जाता। इस प्रयोग को कई हफ्तों तक दोहराया गया। हर बार शार्क छोटी मछलियों पर हमला करती लेकिन बीच में कांच की दीवार होने से वह वहां तक नहीं पहुंच पाती और कुछ समय बाद थककर हार मान लेती। 
 
धीरे-धीरे शार्क के प्रयास कम होते गए। शार्क यह समझ चुकी थी कि वह उन मछलियों तक नहीं पहुंच सकती। अब वह बहुत कम प्रयास करती और बहुत जल्द थककर हार मान लेती। 
 
कुछ हफ्तों बाद टैंक के बीच में लगे स्पष्ट कांच को हटा दिया गया लेकिन आश्चर्य कि शार्क ने उन छोटी मछलियों पर हमला नहीं किया। शार्क यह मानने लगी थी कि वह कभी भी छोटी मछलियों तक नहीं पहुंच सकती और इसीलिए बीच में कोई अवरोध न होने के बावजूद शार्क ने कोई प्रयास नहीं किया।  
 

हम भी प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण और कुछ प्रयासों के विफल हो जाने पर प्रयास करना छोड़ देते हैं। हम स्वयं को अपनी ही नकारात्मक सोच के बंधनों में बांध देते हैं और यह मानने लगते हैं कि हमारे प्रयास कभी सफल हो ही नहीं सकते। हमें कोई नहीं रोक सकता। अगर कोई रोक सकता है, तो वह है हमारी खुद की सोच। जब हम सच्चे दिल से प्रयास करते हैं तो सारी सृष्टि हमारी मदद करने लगती है और सारे बंद दरवाजे अपने आप खुल जाते हैं, लेकिन कई बार दुर्भाग्य से हम थोड़ा सा प्रयास करके उन दरवाजों तक पहुंचने का प्रयास भी नहीं करते। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News