5 स्टार होटल हयात कांड: बिना आमंत्रण होटल आया था ‘आशीष’

punjabkesari.in Friday, Oct 19, 2018 - 10:42 AM (IST)

नई दिल्ली (संजीव यादव):  शनिवार रात 5 स्टार होटल हयात में ऐसी पार्टी आयोजित हुई थी, जो दिल्ली में प्रतिबंधित है। संभवत: इसी का नतीजा है कि होटल प्रबंधन ने उस दिन की घटना को छिपाने की कोशिश की। जांच में सामने आया है कि उस रात होटल के लॉज में दुबई की इवेंट कंपनी ने पार्टी आयोजित की थी, जिसमें कई रसूखदार लोगों को विशेष मैसेज दे कर बुलाया गया था। इस रात दुबई की लड़कियों ने वहां पर बेली डांस और अश्लील नृत्य भी पेश किया था। ये डांस रात दो बजे तक चले और उसके बाद कपल डांस शुरू हो गया। इस पार्टी में आमंत्रित हर व्यक्ति को फ्री अनलिमिटेड ड्रिंक भी मुहैया कराया गया था। बताया जाता है कि हयात प्रबंधन ने इस पार्टी के लिए लाइसेंसिंग विभाग से अनुमति भी नहीं ली थी। पार्टी निपुण नाम के शख्स के नाम से बुक की गई थी जो आशीष का करीबी मित्र भी है।

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जांच में ये भी आया है कि होटल के इवेंट में आशीष पहली बार आया था। उसे आमंत्रण नहीं था, लेकिन उसके दोस्त साहिल ने उसे जबरन इवेंट में बुलाया था। जांच से पता चला कि वह एक फ्लैट में अपनी दो महिला मित्रों के साथ रुका हुआ था, लेकिन शनिवार को पंचसितारा होटल की पार्टी में पहुंच गया। जांच में ये भी सामने आया कि जब आशीष दो लड़कियों के साथ होटल पहुंचा तो साहिल की बीवी ने उससे किनारा कर लिया, लेकिन साहिल उसे पार्टी में छोड़ने गया। 

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यहां से शुरू हो गया विवाद
इसी बीच, आशीष की महिला दोस्त जो लंदन की रहने वाली थी, उसे वॉशरूम जाना पड़ा। वह वॉशरूम गई, लेकिन जाते ही चीख पड़ी। वॉशरूम में एक लड़की उल्टी कर रही थी जो वायरल वीडियो में दिख रहे गौरव कुंवर की जानकार थी और गौरव कुंवर गेट के बाहर ही मौजूद थे। लड़की की चीख सुनने के बाद आशीष वॉशरूम की तरफ गया और टॉयलेट का हाल देखते ही गुस्से में आ गया, जिसके बाद गौरव और आशीष में बहस हो गई। आशीष ने उसे अपना परिचय दिया तो गौरव ने भी खुद के राजनैतिक परिवार से संबंध रखने के बारे में बताया। इसके बाद फिर दोनों में झगड़ा शुरू हुआ। हालांकि, मौके पर होटल स्टाफ के पहुंचने के बाद मामला शांत हो गया, लेकिन इसी बीच वीडियो बन चुका था जो बाद में वायरल हो गया। 

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केस में दुबई पार्टी कनेक्शन दिखा
पुलिस ने दुबई की इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के अधिकारियों को तलब किया है और जांच के लिए आशीष के साथ मौजूद लड़कियों को बुलाया, लेकिन पुलिस के मुताबिक, आशीष के साथ पार्टी में गई लड़कियां विदेश जा चुकी हैं।  

ये है वीडियो में आशीष का कबूलनामा
हेलो फ्रेंड्स, मैं आशीष पांडे, सन ऑफ श्री राकेश पांडे, आप मुझे पहचान रहे होंगे, पिछले चार दिनों से पूरे हिन्दुस्तान में मेरे ऊपर मीडिया ट्रायल चल रहा है। मुझे ऐसे प्रोजेक्ट किया जा रहा है जैसे कि मैं कोई टेररिस्ट हूं, वॉन्डेट हूं। पूरे देश की पुलिस मुझे ढूंढ रही है। मेरे लिए लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है। मैं मना नहीं कर रहा हूं कि उस दिन रात को ये घटना हुई थी। मुझे इसकी जानकारी दो या तीन दिन बाद तब हुई, जब ये वीडियो वायरल हुआ। लेकिन इस घटना का सिर्फ एक पक्ष ही दिखाया जा रहा है। इसका पता लगाया जाए कि उस रात को क्या हुआ था, सीसीटीवी फुटेज दिखाए जाएं, ये देखा जाए कि लेडीज टॉयेलट में कौन घुसा हुआ था, किसने किसको धमकी दी थी। मैं मानता हूं, जब मैं होटल से बाहर निकला तो अपना लाइसेंसी हथियार (पिस्तौल) लेकर निकला था। लेकिन पिस्तौल ना मैंने उसे दिखाया, ना मैंने उसके ऊपर ताना। 

आप लोग बोल रहे हैं कि मैंने उस लड़की से अभद्रता की, उसे हथियार दिखाया। लेकिन मैंने उस लड़की से बात तक नहीं की, मैंने उस लड़की की तरफ देखा तक नहीं, मैं उससे मुखातिब तक नहीं हुआ। उसने मुझे धक्का दिया, अश्लील इशारे किए, उसके दोस्त ने मुझे उलटी-सीधी बातें कहीं। खैर, ये सारी चीजें मैं पुलिस को अपने बयान में बताऊंगा। दूसरी बात, मुझे अपने देश की न्यायिक प्रक्रिया पर पूरा भरोसा है। मैं उसके जरिए ही अपना सरेंडर करूंगा। जिस तरह मीडिया ट्रायल कर रहा है, मैं ये बताना चाहता हूं कि मैं एक बिजनेसमैन हूं और किसी पॉलिटिशियन का बेटा या भाई होना कोई गुनाह नहीं है इस देश में। मैं बिजनेसमैन हूं, टैक्स देता हूं। मेरे खिलाफ आज तक किसी को थप्पड़ मारने तक की रिपोर्ट नहीं है। जहां तक रही लाइसेंस की बात तो पिछले 20 साल से मेरे पास हथियार (पिस्तौल) है।

कौन है आशीष पांडे?
आरोपी आशीष पांडे बीएसपी पूर्व सांसद राकेश पांडे का बेटा है। सांसद राकेश पांडेय लखनऊ का रहने वाला है। गोमती नगर और हजरतगंज मे इसके और परिवार के मकान हैं। उसका दिल्ली और यूपी में शराब और रियल एस्टेट का कारोबार है। आशीष का छोटा भाई रितेश पांडे अंबेडकर नगर की जलालपुर विधानसभा सीट से बसपा के विधायक हैं। आशीष पांडे के चाचा पवन पांडे उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेताओं में गिने जाते हैं। पवन पांडे शिवसेना से विधायक रहे चुके हैं। वह 2014 के लोकसभा चुनाव में सुल्तानपुर से बसपा उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़े थे, लेकिन बीजेपी उम्मीदवार वरुण गांधी के हाथों हार गए थे। पवन पांडे की सुल्तानपुर से लेकर फैजाबाद तक दबंगई चलती है। आशीष के चाचाओं का आपराधिक इतिहास है। आशीष पांडे के दोनों चाचा कृष्ण कुमार उर्फ कक्कू पांडे और पवन पांडे का जिले में काफी लंबा आपराधिक इतिहास रहा है। कक्कू पांडे को बहुचर्चित केरे सिंह हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा मिली थी, लेकिन बाद में वह हाईकोर्ट से बरी हो गए और मौजूदा समय में कांग्रेस पार्टी में हैं। इसके अलावा पवन पांडे का नाम बाबरी मस्जिद केस में भी जुड़ा हुआ है। आशीष की शादी 1999 में हुई।उसके दिल्ली में दो बार हैं। इसके अलावा, वह लखनऊ और कानपुर में सरकारी ठेके भी लेता है। 

आखिर कैसे मिल गया आशीष को ऑल इंडिया लाइसेंस और प्रतिबंधित पिस्टल
आशीष जो पिस्टल हवा में लहरा रहा है वह 9 एमएम की है। यह आम आदमी के लिए प्रतिबंधित पिस्टल (पीबी) है। हालांकि, विशेष अनुमति से यह पिस्टल लोगों को दी जा सकती है, लेकिन इसके लिए राज्य सरकार का गृह विभाग केंद्रीय गृह विभाग से विशेष अनुमति लेता है। जांच में पता चला कि आशीष को पहले यूपी सरकार से 1999 में पिस्टल का लाइसेंस जारी किया गया था, जो तीन राज्यों के लिए ही था। मार्च 2000 में आशीष ने यूपी के गृह विभाग से यह कह कर अनुमति मांगी कि उसका राजनैतिक परिवार है और उसका कारोबार दिल्ली तक फैला हुआ है। सुरक्षा कारणों से उसे ऑल इंडिया लाइसेंस चाहिए। संस्तृति के लिए ये लाइसेंस गृह मंत्रालय भेजा गया, जहां से नवंबर 2001 में ये लाइसेंस ऑल इंडिया के लिए वैलिड हो गया। इसी लाइसेंस के साथ उसे पीबी बोर खरीदने की अनुमति दी गई थी। इसके बाद उसने अपनी लाइसेंसी पिस्टल की जगह ये पीबी बोर खरीदा। बता दें कि पीबी पिस्टल सरकारी पुलिसकर्मियों, पैरा मिलिट्री फोर्स सहित कुछ गणमान्य लोगों को ही दी जाती है, जिनके पास ऑल इंडिया लाइसेंस होता है। 

पुलिस ने होटल प्रबंधन पर उठाए सवाल, लाइसेंस भी होगा रद्द 
पंचसितारा होटल में लाइसेंसी 9 एमएम की पिस्टल ले जाने पर दिल्ली पुलिस लाइसेंसिंग यूनिट ने होटल प्रबंधन को नोटिस भेजा है। इस मामले में होटल प्रबंधन से सीसीटीवी फुटेज मांगे गए हैं, वहीं संबंधित थाने से आशीष के संबंध में रिपोर्ट मांगी गई है, ताकि उसके पिस्टल के लाइसेंस संस्तुति को खत्म किया जा सके। 


पुलिस का नरम रवैया होटल पर क्यों! 
चार दिन से होटल में की गई दबंगई के वीडियो पर दिल्ली पुलिस ने आशीष पांडे की ही जांच की और दबिशें दी, लेकिन इस मामले में होटल प्रबंधन द्वारा हुई सुरक्षा चूक पर पुलिस चुप क्यों है? आखिर क्या कारण है कि खुद मामले की जांच पर नजर रख रहे ज्वाइंट सीपी अजय चौधरी होटल की चूक पर मौन हैं। 

 

आशीष के पुराने विवाद

  • आशीष का सबसे पहला मामला 2004 में लखनऊ में आया था, जहां शराब के नशे में उसकी एक व्यक्ति से मारपीट हुई थी, लेकिन इसमें केस दर्ज नहीं हुआ था। 
  • आशीष का नाम अकबरपुर में चुनाव के दौरान एक प्रधान को धमकाने में भी आया था, जिसमें शिकायत दी गई थीं, लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं हुआ था।
  • अकबरपुर के बाजार में भी चुनाव के दौरान चाचा के विपक्ष में खड़े प्रत्याशी से आशीष की बहस हुई थी, जिसमें उसने पिस्टल निकाली थी।
  • लखनऊ में 2011 में आशीष ने शराब के नशे में हजरतगंज में अपनी कार से एक मर्सडीज में टक्कर मारी थी, जिसके बाद झगड़ा भी हुआ था, इस मामले की शिकायत दर्ज की गई थी। 

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Anil dev

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