वैश्विक ऊर्जा समुदाय के साथ निरंतर भागीदारी रखनी होगी: प्रधान
punjabkesari.in Monday, Oct 15, 2018 - 07:19 PM (IST)
नई दिल्लीः पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने सोमवार को कहा कि ऊर्जा एक वैश्विक उद्योग है और तेल सही अर्थों में एक वैश्विक उत्पाद है इसिलए भारत को वैश्विक ऊर्जा समुदाय के साथ अपनी सहभागिता निरंतर जारी रखनी होगी।
प्रधान ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि भारत अलग-थलग नहीं रह सकता है क्योंकि वैश्विक नजरिए से यदि देखा जाए तो वैश्विक बाजार में हो रहे बदलाव, व्यापक तकनीकी बदलाव, वित्तीय बाजार एवं पेपर ट्रेडिंग और ऊर्जा क्षेत्र में बदलाव के आसार ऊर्जा सुरक्षा के भविष्य को नया स्वरूप प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में किसी भी कदम को उठाते समय सतत विकास के लिए संयुक्त राष्ट्र के 2030 एजेंडे के तहत हासिल की गई वैश्विक आम सहमति, वर्ष 2015 में हुए ‘पेरिस समझौते’ और वर्ष 2017 में हैम्बर्ग में हुई जी-20 के राजनेताओं की बैठक में लिए गए निर्णयों को ध्यान में रखना होगा जिसके तहत ऊर्जा सुरक्षा के लिए निर्धारित मार्गदर्शक सिद्धांतों में से एक माना जाता है।
उन्होंने कहा कि भारत ने सौर ऊर्जा की दृष्टि से 60 देशों के साथ अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) की अगुवाई की है। उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा की घटती दरों को देखते हुए आसानी से ‘एक विश्व, एक सूर्य, एक ग्रिड’ संबंधी विजन को साकार कर सकते हैं। प्रधान ने लागू किए गए विभिन्न सुधारों और पहलों की दिशा में हुई हालिया प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा कि सभी लोगों तक स्वच्छ रसोई ईंधन की पहुंच सुनिश्चित करने के प्रयासों के तहत ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ शुरू की गई है जिसके तहत तीन वर्षों में पांच करोड़ परिवारों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया था। तय अवधि से पहले ही यह उपलब्धि हासिल कर ली गई है और इस लक्ष्य को बढ़ाकर 8 करोड़ कर दिया गया है।