कोटक महिंद्रा बैंक ने बीआईएलटी ग्राफिक के खिलाफ एनसीएलटी का दरवाजा खटखटाया

punjabkesari.in Wednesday, Apr 17, 2019 - 09:10 PM (IST)

मुबंई: कोटक महिंद्रा बैंक ने बल्लारपुर इंडस्ट्रीजएनएसई लिमिटेड(बीएलआईटी) के खिलाफ नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल के पास मामला दर्ज किया है। बैंक का कहना है कि बीएलआईटी ने बैंक के साथ 218 करोड़ रुपए का बैंकरप्सी की है। ग्राफिक पेपर उत्पादन करने वाली यह कंपनी पर अपने कर्जदाताओं का लगभग 6,000 करोड़ रुपये बकाया है।

भारतीय रिजर्व बैंक की कथित दूसरी सूची में बीआईएलटी ग्राफिक पेपर का नाम 29 डिफ़ॉल्टर कंपनियों में है। आरबीआई ने कहा था कि इन फर्मों को इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (आईबीसी) के माध्यम से रिज़ॉल्यूशन के लिए भेजा जाएगा। वीसी सिंह और रविकुमार दुरीसामी की अध्यक्षता वाली कंपनी में एनसीएलटी द्वारा मुंबई आईबीसी के तहत कंपनी के प्रवेश को 5 मई तक के लिए स्थगित कर दिया है। 

कोटक महिंद्रा बैंक के साथ-साथ बीआईएसटी ग्राफिक पर ईमेल क्वेरीज़ को प्रेस जाने के समय तक अनुत्तरित किया गया था। यह बीआईएलटी ग्राफक पेपर के खिलाफ दायर की गई दूसरी दिवाला याचिका है। इससे पहले फरवरी वर्ष 2018 में आईडीबीआई ने एनसीएलटी से संपर्क किया था। इसके बाद आरबीआई ने आईडीबीआई बैंक को निर्देश दिया था कि वह अपने कर्ज की पुनर्खरीद के पैकेज को अस्वीकार करने के बाद दिवाला अदालत में बीआईएलटी ग्राफिक का उल्लेख कर सकती है। क्योंकि केवल 70 प्रतिशत ऋणदाताओं ने इस पर हस्ताक्षर किए थे।

लेकिन मार्च 2018 में कंपनी ने आरबीआई के दिल्ली उच्च न्यायालय के निर्देश को चुनौती दी थी। जिसमें ऋणदाता को एनसीएलटी में स्थिति बनाए रखने का आदेश दिया। बाद में, कंपनी ने स्ष्ट को स्थानांतरित कर दिया।


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Yaspal

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