पाकिस्तान की फायरिंग में 54 घुसपैठियों की हुई मौत, TTP से थे जुड़े आतंकी

punjabkesari.in Sunday, Apr 27, 2025 - 08:12 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर पर स्थित उत्तरी वजीरिस्तान जिले में पाकिस्तान सुरक्षाबलों ने 54 घुसपैठियों को मार गिराया। ये सभी आतंकवादी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) से जुड़े हुए थे। पाकिस्तान के अनुसार, ये घुसपैठिए आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान में घुसे थे। सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान के हसन खेल क्षेत्र में हुई इस घटना के दौरान घुसपैठियों का समूह पाकिस्तान के अंदर आतंकवादी हमले करने के उद्देश्य से घुसा था। घुसपैठिए पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच स्थित एक कैंप में छुपे हुए थे। इस दौरान पाकिस्तान की सुरक्षा बलों को उनके बारे में जानकारी मिली, जिसके बाद सुरक्षाबलों ने अभियान शुरू किया।

कैसे हुई कार्रवाई?

पाकिस्तानी सुरक्षा बलों को 25/26 और 26/27 अप्रैल की रात को उत्तरी वजीरिस्तान जिले में संदिग्ध गतिविधियों के बारे में जानकारी मिली। इसके बाद सुरक्षाबलों ने घुसपैठियों को घेर लिया और फिर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इस फायरिंग में 54 आतंकवादी मारे गए।

 

टीटीपी से था कनेक्शन

पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, मारे गए आतंकवादी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) से जुड़े हुए थे। इन घुसपैठियों की अधिकतर संख्या अफगान नागरिकों की बताई जा रही है। पाकिस्तान का दावा है कि ये घुसपैठिए अपने विदेशी आकाओं के इशारे पर पाकिस्तान के अंदर आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए आए थे।

पाकिस्तानी सुरक्षा बलों का सर्च ऑपरेशन

इस घटना के बाद पाकिस्तानी सुरक्षा बल पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं और घुसपैठियों की तलाश में जुटे हुए हैं। हालांकि, पाकिस्तान की सेना की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।

भारत-पाकिस्तान के संबंधों पर असर

यह घुसपैठ पाकिस्तान और भारत के बीच बढ़ते तनाव के बीच हुई है। दोनों देशों के रिश्ते पहले ही आतंकवाद के मुद्दे को लेकर काफी तनावपूर्ण हो चुके हैं। पाकिस्तान के इस दावे से भारत में चिंता बढ़ सकती है, क्योंकि दोनों देशों के बीच पहले से ही सीमा पर संघर्ष होते रहे हैं।

आतंकी गतिविधियों में घुसपैठ का खतरा

यह घटना यह साबित करती है कि पाकिस्तान में आतंकी गतिविधियों की संभावना अभी भी बनी हुई है और सीमाओं पर सुरक्षा की गंभीर आवश्यकता है। आतंकवादी संगठनों का पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर अपना नेटवर्क बना हुआ है, और वे लगातार यहां से घुसपैठ करने की कोशिश करते रहते हैं। पाकिस्तान को अब और सख्त कदम उठाने की जरूरत है ताकि इस तरह की घटनाओं से निपटा जा सके।


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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