टेरर फंडिंग पर पाकिस्तान को झटका, FATF की ग्रे लिस्ट में नाम
Friday, Feb 23, 2018 - 06:48 PM (IST)
इंटरनेशनल डेस्क: आतंकवाद के खिलाफ विभिन्न मंचों पर अपनी तरीके से बात रखने वाले भारत को उस वक्त अच्छी खबर मिली। जब आंतकी फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग मामले पर नजर रखने वाली एजेंसी फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने पाकिस्तान को उस सूची में डाल दिया। जो आंतकवाद को बढ़ावा देने के हिमायती हैं। बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान को वर्ष २०१२ में इस सूची में डाला गया था।
इससे पहले FATF ने पाकिस्तान को अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई के लिए तीन महीने का वक्त दिया था। पिछले तीन दिनों से पेरिस में FATF की मीटिंग चल रही है। इस दौरान अमेरिका ने पाकिस्तान को अंतराष्ट्रीय आंतकवाद की फंडिंग करने के लिए ब्लैक सूची में डालने की बात रखी थी। लेकिन पाक को इस मुद्दे पर तीन देशों का समर्थन भी हासिल हुआ। जिनमें चीन, तुर्की और सऊदी अरब शामिल हैं।
दरअसल इस बैठक से पहले ही यह चर्चा थी कि बैठक में पाकिस्तान पर आतंकवाद फंडिंग के लिए शिकंजा कसा जा सकता है। अमेरिका ने मीटिंग में यह प्रस्ताव रखा, जिसे FATF ने मान लिया है। हालांकि FATF का यह फैसला तब आया जब अमेरिकी राष्ट्रपति पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद के खिलाफ उठाए कदम को लेकर संतुष्ट नहीं दिखे। वहीं अमेरिका की ओर से बयान दिया गया है कि पाकिस्तान को अमेरिका उसके कामों के लिए जबाबदेही तय कर रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने वर्ष की शुरूआत में पाकिस्तान को दी जाने वाली सैन्य सहायता पर रोक लगाते हुए कहा कि वह लश्कर-ए-तैयबा के चीफ आतंकी हाफिज सईद पर पाकिस्तान के कार्रवाई न करने से नाखुश हैं। हाफिज सईद मुंबई हमले का मास्टर मांइड है। सईद पर एक करोड़ का इनाम भी घोषित है।