JNU: महिला पत्रकार के साथ हुई बदसलूकी को लेकर दिल्ली पुलिस ने मांगी माफी

punjabkesari.in Saturday, Mar 24, 2018 - 04:02 PM (IST)

नई दिल्ली। सेव जेएनयू के नारों के साथ राजधानी की सड़कों पर उतरे जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रों व शिक्षकों द्वारा कैम्पस से संसद तक निकाले जा रहे पैदल मार्च को पुलिस ने बीच रास्तें में ही रोक लिया। छात्रों के साथ हुई झड़प में पुलिस ने वॉटर कैनन और लाठीचार्ज करते हुए कई छात्रों को हिरासत में भी ले लिया। प्रदर्शनकारी जेएनयू के प्रफेसर अतुल जौहरी को बर्खास्त करने की भी मांग कर रहे हैं।

 

कई मांगों के साथ सेव जेएनयू मार्च कर रहे जेएनयू छात्रों और टीचर्स असोसिएशन (जेएनयूटा) को दिल्ली पुलिस ने बीच में ही रोक लिया। जेएनयू के छात्र और टीचर्स यौन उत्पीड़न, क्लास में अनिवार्य उपस्थिति और स्वायत्ता जैसे कई मामलों को लेकर यह विरोध मार्च निकाल रहे थे। शुक्रवार दोपहर दो बजे शुरू हुई पैदल मार्च यात्रा को पुलिस ने शाम पांच बजे संजय झील पर ही रोक दिया।

वहीं,  एक तरफ पुलिस ने छात्रों पर जमकर लाठी भांजी, वहीं मीडियाकर्मियों को भी पुलिस ने नहीं बख्शा। इस दौरान पुलिस की लाठी से एक महिला पत्रकार का हाथ टूट गया है। हिंदुस्तान की फोटो जर्नलिस्ट का कैमरा छीनकर पुलिस ने अपने पास रख लिया। इसके बाद आज दिल्ली पुलिस ने उसी महिला पत्रकार से माफी मांगी है। पुलिस का कहना है कि उन्हें नहीं पता था कि वो एक महिला पत्रकार है। 

इस दौरान छात्रों ने यौन उत्पीडऩ, क्लास में अनिवार्य उपस्थिति, सीट कटौती समेत तमाम मुद्दों के लेकर प्रशासन के खिलाफ नाराजगी दर्ज की। इसके साथ ही छात्रों ने प्रशासन और दिल्ली पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पैदल मार्च के दौरान छात्रों और तैनात पुलिस से झड़प हुई। फिलहाल, अभी छात्र संजय झील पर बैठकर प्रदर्शन कर रहे है और छात्रों का साथ देने के लिए नेता भी प्रदर्शन स्थल पर पहुंच रहे है।  छात्र संघ अध्यक्ष गीता का कहना है कि हम अपनी मांगों को लेकर शांति पूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन दिल्ली पुलिस हमें आगे नहीं बढऩे दे रही है। जब तक हमें आगे जाने नहीं दिया जाएगा, तब तक हम वहीं पर बैठे रहेंगे।

 

प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए संजय झील पर बड़े पैमाने पर सुरक्षा बल और पुलिसकर्मी तैनात थे। ऐसे में छात्रों ने बैरेकेटिंग तोडऩी की कोशिश की। छात्रों को रोकने के लिए पुलिस ने पानी की बौछार और आंसू गैस का प्रयोग किया। इस दौरान जब छात्र नहीं रुक रहे थे, तब पुलिस ने छात्र और शिक्षक पर लाठीचार्ज की। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए 22 छात्रों और एक प्रोफेसर को हिरासत में लिया गया। पुलिस ने हिरासत में लिए छात्रों को अलग-अलग थाने लेकर गई है। 


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