विश्व मौसम विज्ञान दिवस 2018: जानिए क्या है इसका महत्त्व?
punjabkesari.in Friday, Mar 23, 2018 - 12:34 PM (IST)

नेशनल डेस्क: आज यानि 23 मार्च को विश्व स्तर पर विश्व मौसम विज्ञान दिवस (WMD) मनाया जाता है। इसकी स्थापना वर्ष 1950 में सयुंक्त देश की एक इकाई के रूप में की गई थी। इस संगठन का मुख्य उद्देश्य मानव के दुःख-दर्द को कम करना व संपोषणीय विकास को बढ़ाना देना था। इस वर्ष विश्व मौसम दिवस का उद्देश्य दुनिया के पटल पर “Weather-Ready,Climate-Smart”’ अर्थात “मौसम-तैयार, जलवायु-स्मार्ट” के रूप में मनाने का है।
डब्ल्यूएमओ एक वैश्विक संगठन है और 191 देश और क्षेत्र इसके सदस्य हैं। यह संगठन, पृथ्वी के वायुमंडल की परिस्थिति और व्यवहार, महासागरों के साथ इसके संबंध, मौसम और परिणामस्वरूप जल संसाधनों के वितरण के बारे में जानकारी के बारे में, संयुक्त राष्ट्र की आधिकारिक आवाज है। ये शहरों और महाशहरों को मौसम के संबधित जानकारियां देता है। इसके जरिए जल संसाधनों का परिणामस्वरूप वितरण होता है।
विश्व मौसम विज्ञान दिवस पर विश्व के विभिन्न हिस्सों में सभाएं और अन्य कार्यक्रम आयोजित होते हैं। इन कार्यक्रम में मौसम विज्ञानी विचार एवं अनुभव बांटते हैं। इसके साथ ही कार्यक्रम में इस मुद्दे पर चर्चा करते हैं कि मौसम द्वारा उत्पन्न हो रही समस्याओं से किस प्रकार बचा जा सकता हैं और विज्ञान की सभी नई तकनीक को भारतीयों के साथ-साथ विश्व भर में मानवजाति के कल्याण के लिए कैसे उपयोग किया जाए। इस साल अंतर्राष्ट्रीय मौसम विज्ञान संगठन का थीम है ''मौसम तैयार, जलवायु स्मार्ट' । पिछले साल इसका थीम "मौसम जलवायु और पानी के लिए बादलों का भारी महत्व" था।