'हार और जीत राजनीति का हिस्सा, नंबर गेम चलता रहता है', आखिरी कैबिनेट मीटिंग में बोले पीएम मोदी
punjabkesari.in Wednesday, Jun 05, 2024 - 08:19 PM (IST)
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को अपना इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंप दिया। इस्तीफे से पहले उन्होंने मंत्री परिषद के सहयोगियों संग आखिरी कैबिनेट बैठक में अहम संदेश दिया। उन्होंने कहा कि हार और जीत राजनीति का हिस्सा है, नंबर गेम चलता रहता है। उन्होंने कहा कि हमने दस साल अच्छा काम किया और आगे भी करेंगे।
आप सभी ने अच्छे से काम किया- मोदी
नरेंद्र मोदी ने कहा कि सत्ता संगठन हर जगह जनता की उम्मीदों पर खरा उतरे हैं और आगे भी उतरेंगे। उन्होंने कहा कि आप सभी ने अच्छे से काम किया बहुत मेहनत की। मोदी ने मुस्कुराते हुए सभी का मनोबल बढ़ाया और सब को धन्यवाद कहा। मीटिंग के बाद पीएम मोदी ने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंप दिया। माना जा रहा है कि 8 या 9 जून को एक बार फिर शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है, फिर मोदी ही प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
प्रधानमंत्री @narendramodi ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने अपना और केन्द्रीय मंत्रिपरिषद का त्यागपत्र सौंपा। राष्ट्रपति ने त्यागपत्र स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री तथा उनके सहयोगियों से नई सरकार के गठन तक अपने पद पर बने रहने का… pic.twitter.com/n9yri078uH
— President of India (@rashtrapatibhvn) June 5, 2024
मोदी ने मंत्रिपरिषद के साथ अपना इस्तीफा सौंपा
इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज राष्ट्रपति से मुलाकात की और मंत्रिपरिषद के साथ अपना इस्तीफा उन्हें सौंप दिया। राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और नरेन्द्र मोदी एवं मंत्रिपरिषद से अनुरोध किया है कि वे नई सरकार के कार्यभार संभालने तक पद पर बने रहें। इससे पहले, सूत्रों के अनुसार केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 17वीं लोकसभा को भंग करने की सिफारिश की। मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल 16 जून को समाप्त हो रहा है।
NDA ने बहुमत हासिल किया
मंगलवार को हुई मतगणना में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने बहुमत हासिल कर लिया। 543 सदस्यीय लोकसभा में राजग को बहुमत के जादुई आंकड़े (272) से अधिक सीटें मिलीं हालांकि 2014 के बाद पहली बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को अपने दम पर बहुमत नहीं मिला। भाजपा को सरकार बनाने के लिए अब अपने गठबंधन सहयोगियों पर निर्भर रहना होगा। विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' के सबसे बड़े घटक कांग्रेस को इस चुनाव में 99 सीटें मिलीं जो 2019 में 52 थीं।