AC Blast: क्यों होता है एसी में ब्लास्ट, पहले से मिलते हैं ये बड़े संकेत, नजरअंदाज करना पड़ सकता है महंगा
punjabkesari.in Monday, Sep 08, 2025 - 04:03 PM (IST)

नेशनल डेस्क: गर्मियों में एयर कंडीशनर (AC) हमारी जरूरत बन गए हैं, लेकिन हर साल इनसे जुड़े हादसों की खबरें भी सामने आती हैं। हाल ही में फरीदाबाद में AC फटने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल है। ऐसे हादसे क्यों होते हैं और आप इनसे कैसे बच सकते हैं? आइए जानते हैं इसके कारण, चेतावनी के संकेत और बचाव के तरीके।
AC ब्लास्ट के मुख्य कारण
खराब या पुरानी वायरिंग: अगर AC लगाते समय वायरिंग ठीक से न की गई हो या फिर वायरिंग बहुत पुरानी हो गई हो, तो शॉर्ट सर्किट और ब्लास्ट का खतरा बढ़ जाता है।
➤ बिजली से जुड़ी दिक्कतें: AC की नियमित सर्विस न कराने पर इसमें इलेक्ट्रिकल फॉल्ट हो सकते हैं, जिससे ब्लास्ट हो सकता है।
➤ गैस का रिसाव और ओवरहीटिंग: जब AC मेंटेनेंस नहीं होता, तो कंप्रेसर पर दबाव बढ़ता है, जिससे वह ज़्यादा गरम हो सकता है और गैस लीक हो सकती है। गैस रिसाव और ओवरहीटिंग का मेल ही अक्सर ब्लास्ट का कारण बनता है।
➤ फिल्टर में रुकावट: धूल और गंदगी से AC के फिल्टर जाम हो जाते हैं, जिससे कंप्रेसर पर दबाव बढ़ जाता है। इससे कूलिंग तो कम होती ही है, साथ ही ब्लास्ट का खतरा भी बढ़ जाता है।
AC ब्लास्ट से पहले मिलने वाले संकेत
आपका AC फटने से पहले कुछ जरूरी संकेत देता है, जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए:
➤ अजीब आवाजें: अगर AC से कंपन या गड़गड़ाहट की आवाजें आने लगें तो यह खतरे का संकेत है।
➤ जलने की बदबू: जब AC चलते समय जलते हुए तार या प्लास्टिक जैसी गंध आए, तो इसे तुरंत बंद कर दें।
➤ बहुत ज्यादा गरम होना: अगर AC की इनडोर यूनिट सामान्य से ज्यादा गरम हो रही है, तो इसका मतलब है कि कंप्रेसर पर ज्यादा लोड पड़ रहा है।
➤ धुआं निकलना: AC से धुआं निकलना एक बहुत बड़ी चेतावनी है। इसे तुरंत बंद करके मैकेनिक को बुलाएं।
➤ अपने आप ऑन-ऑफ होना: अगर AC बार-बार अपने आप चालू-बंद हो रहा है, तो इसके इलेक्ट्रिकल सर्किट में खराबी हो सकती है।
➤ स्पार्किंग: अगर AC के प्लग या सॉकेट के पास चिंगारी दिख रही है, तो तुरंत घर की मेन बिजली (MCB) बंद कर दें।
AC ब्लास्ट से बचने के उपाय
नियमित सर्विस कराएं: हर साल गर्मी शुरू होने से पहले AC की सर्विस जरूर कराएं।
➤ फिल्टर की सफाई: इनडोर यूनिट के फिल्टर को हर हफ्ते साफ करते रहें ताकि धूल न जमे।
➤ लगातार न चलाएं: AC को घंटों तक लगातार न चलाएं, बीच-बीच में उसे बंद करके आराम दें।
➤ वायरिंग और स्टेबलाइजर पर ध्यान दें: AC के लिए सही वायरिंग और वोल्टेज स्टेबलाइजर का इस्तेमाल करें।
➤ संकेतों को पहचानें: अगर AC से कोई भी असामान्य आवाज या बदबू आए तो उसे नजरअंदाज न करें और तुरंत मैकेनिक को दिखाएं।
AC Gas: कौन सी गैस का होता है इस्तेमाल?
मार्केट में बिकने वाले ज्यादातर एसी मॉडल्स R32 गैस के साथ आते हैं, ये गैस वातावरण के लिए कम नुकसानदायक है। इसके अलावा ये गैस ज्यादा एनर्जी एफिशिएंट होती है। इसके अलावा आपको कुछ मॉडल्स R-410A गैस के साथ मिल जाएंगे।