पार्थ चटर्जी से CM ममता बनर्जी ने क्यों बनाई दूरी? TMC के बड़े नेता ने किया खुलासा

punjabkesari.in Monday, Jul 25, 2022 - 05:25 PM (IST)

नेशनल डेस्कः करोड़ों रुपए के शिक्षक भर्ती घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल के कैबिनेट मंत्री पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार कर लिया है। तृणमूल कांग्रेस ने भले ही पार्टी नेता पार्थ चटर्जी से पर्याप्त दूरी बना ली हो इसके बावजूद ऐसा लगता है कि उनके लिए ममता बनर्जी सांत्वना का एकमात्र और आखिरी स्त्रोत बनी हुई हैं। हालांकि दूसरी ये भी साफ है कि तृणमूल सुप्रीमो ने इस मामले के घटनाक्रम से खुद को अलग कर लिया है। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री अपने मंत्री की करतूत से नाराज चल रही हैं।

पार्थ चटर्जी की आखिरी उम्मीद
दरअसल प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता की छवि तेजतर्रार, ईमानदार और कुशल प्रशासक की है ऐसे में उनकी कैबिनेट के एक मंत्री का नाम इस घोटाले में नाम सामने आने की वजह से सरकार और पार्टी दोनों की छवि को धक्का पहुंचा है। इस बीच, ईडी के अधिकारियों ने बताया है कि गिरफ्तारी मेमो भरते समय की प्रक्रिया में जब पार्थ चटर्जी से उस व्यक्ति का नाम और कांटेक्ट नंबर मांगा गया जिससे वो हिरासत में रहते हुए संपर्क करना चाहता है मांगा गया तो पार्थ चटर्जी ने सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम और उनका मोबाइल नंबर दिया।

पार्टी ने झाड़ा पल्ला
दरअसल गिरफ्तारी के समय राज्य के वाणिज्य और उद्योग मंत्री और पार्टी महासचिव चटर्जी ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा था कि मैं नहीं जानता कि मुझे कहां ले जा रहे हैं। मैंने बहुत कोशिश की, लेकिन मैं अपने सर्वोच्च अधिकारी से संपर्क नहीं कर पाया। हालांकि ये टिप्पणी तृणमूल नेताओं को अच्छी नहीं लगी, यह उस समय साफ हुआ जब पार्टी के 4 शीर्ष नेताओं ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इस पूरे टीचर भर्ती घोटाला मामले की वजह चटर्जी हैं, न कि पार्टी या पार्टी का कोई और नेता।

चटर्जी का दावा सही नहीं: TMC
इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में, पश्चिम बंगाल के परिवहन मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने चटर्जी के सीएम ममता बनर्जी से संपर्क करने की कोशिश करने के चटर्जी के दावे पर संदेह जताते हुए कहा, 'जैसे ही किसी व्यक्ति को गिरफ्तारी किया जाता है आमतौर पर उसका फोन एजेंसी के अधिकारियों द्वारा जब्त कर लिया जाता है। ऐसे में चटर्जी मुख्यमंत्री से संपर्क करने की कोशिश कैसे कर सकते थे। वहीं पार्टी नेतृत्व ने ये भी साफ किया कि अगर चटर्जी जांच में दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जाएगी


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Content Writer

Yaspal

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