कौन हैं विष्णुदेव साय?, जिन पर BJP ने जताया भरोसा...यहां पढ़ें छत्तीसगढ़ के नए CM का पूरा राजनीतिक सफर
punjabkesari.in Sunday, Dec 10, 2023 - 05:35 PM (IST)

नेशनल डेस्कः छत्तीसगढ़ में पिछले एक हफ्ते से सीएम के नाम पर चल रहा सस्पेंस रविवार को खत्म हो गया। रायपुर में रविवार को भाजपा विधायक दल की पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में बैठक हुई। बैठक में विष्णुदेव साय को राज्य का नया सीएम नामित किया गया। भाजपा नेताओं ने बताया कि रविवार को यहां पार्टी पर्यवेक्षकों की उपस्थिति में पार्टी के नव निर्वाचित विधायकों के दल ने साय को अपना नेता चुना। उन्होंने बताया कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने साय के नाम का प्रस्ताव किया तथा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल ने उनका समर्थन किया। पूर्व केंद्रीय मंत्री साय सरगुजा संभाग की कुनकुरी सीट से विधायक के रूप में निर्वाचित हुए हैं, जहां भाजपा ने संभाग के सभी 14 सीट जीती हैं।
चुनाव के नतीजे आने के बाद कई चेहरों पर चर्चाएं चल रही थीं जिनमें आदिवासी और गैर-आदिवासी चेहरे शामिल थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, गोमती साय और पूर्व मंत्री लता उसेंडी को लेकर चर्चा तेज थी लेकिन रविवार को विष्णुदेव साय के चेहरे पर मुहर लग गई। बीजेपी ने आदिवासी चेहरे पर दांव खेलते हुए विष्णुदेव को चुना जिनके पास राज्य से लेकर केंद्रीय राजनीति का अच्छा खासा अनुभव है।
नए सीएम का व्यक्तिगत जीवन
विष्णु साय के व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो उनके परिवार उनकी पत्नी कौशल्या साय, बेटे टीडी साय और बेटियां एन साय और स्मृति साय हैं। साय अपने सहकर्मियों के बीच एक विनम्र स्वभाव के राजनेता के रूप में जाने जाते हैं। उनके सीएम बनने की घोषणा के बाद बीजेपी नेता नारायण चंदेल ने कहा कि वह बहुत सहज, सरल और विनम्र हैं। एक ऐसा चेहरा है जिसका कोई विरोध नहीं कर पाया।
विष्णुदेव साय का राजनीतिक सफर
उन्होंने अपनी राजनीतिक सफर की शुरुआत 1989 से की थी। साय ने राजनीति में गांव के पंच के रूप में कदम रखा था। संघ से जुड़े थे। भारतीय जनता पार्टी ने साल 1990 में उनके ऊपर भरोसा जताकर तपकरा विधानसभा क्षेत्र से विधायक का टिकट दिया, जिसमें उन्होंने जीत हासिल की। इसके बाद वे रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र से लगातार तीन बार के सांसद भी चुने गए। साल 1999 से लेकर साल 2014 तक लगातार तीन बार सांसद रहे हैं। इसलिए विष्णुदेव साय को आदिवासी समाज का बड़ा चेहरा माना जाता है। आदिवासी कोटे से आने के कारण विष्णुदेव साय सीएम पद के लिए प्रबल दावेदार भी थे।
केंद्र में इन मंत्रालयों का देखा है जिम्मा
साय चार बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए। 2014 से 2019 के बीच केंद्रीय राज्य मंत्री भी रहे। इस दौरान अलग-अलग समय पर स्टील, खनन और श्रम व रोजगार मंत्रालय में राज्य मंत्री की जिम्मेदारी निभाई। 2019 लोकसभा में उन्हें टिकट नहीं मिला लेकिन पार्टी ने उनपर भरोसा दिखाते हुए जून 2020 में छत्तीसगढ़ का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया जिसपर वह अगस्त 2022 तक इस पद पर बने रहे। इससे पहले 2010 और 2014 में भी वह छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं।