Drug Addiction: सिगरेट, शराब या कुछ और... जानिए इंसान को सबसे जल्दी किस चीज की लगती है लत?
punjabkesari.in Tuesday, Jul 08, 2025 - 03:06 PM (IST)

नेशनल डेस्क। धूम्रपान, शराब और ड्रग्स, ये सभी सेहत के लिए बेहद हानिकारक होते हैं यह बात हर कोई जानता है। कई लोग इन्हें शौक के लिए इस्तेमाल करना शुरू करते हैं लेकिन कब ये शौक भयंकर लत में बदल जाता है पता ही नहीं चलता। किसी भी चीज़ की लत तुरंत नहीं लगती बल्कि लंबे समय तक उसके सेवन से ही इंसान उसकी गिरफ्त में आता है। लत की स्थिति तब गंभीर हो जाती है जब कोई शख्स उस नशे के बगैर रह ही नहीं पाता। आइए जानते हैं कि सिगरेट, शराब या फिर ड्रग्स में से किसकी लत सबसे जल्दी और बुरी लगती है और इसके पीछे का विज्ञान क्या है।
किस चीज़ की लत लगती है सबसे जल्दी?
एक अनुमान के मुताबिक सिगरेट और शराब से कहीं ज्यादा जल्दी किसी इंसान को हेरोइन या कोकीन जैसे ड्रग्स की लत लगती है।
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ड्रग्स (हेरोइन, कोकीन): इनका चस्का सिर्फ एक या दो बार के सेवन से ही लग जाता है और 5 बार तक लेने भर से इसकी लत लगने लगती है।
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कैनबिस (हशीश, गांजा): इसका चस्का थोड़ा धीरे लगता है करीब 6 महीने तक लगातार लेने से इसकी आदत पड़ती है और फिर 2 साल के बाद इसकी लत लगनी शुरू हो जाती है।
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सिगरेट या बीड़ी: इसका चस्का भी छह महीने में लगता है और 2-3 साल में इसकी लत लग जाती है।
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अल्कोहल (शराब): शराब की लत लगने की गति थोड़ी धीमी होती है। अमूमन 1-2 साल में लोगों को शराब का चस्का लगता है लेकिन 5 साल तक लगातार सेवन के बाद इसकी लत लग जाती है।
सबसे खतरनाक लत कौन सी और क्यों?
सिगरेट-बीड़ी या ड्रग्स की लत लगना सबसे खतरनाक माना जाता है। इसकी लत के पीछे एक वैज्ञानिक कारण काम करता है। जब भी कोई सिगरेट पीता है तो जलती हुई तंबाकू से निकोटीन निकलता है। यह निकोटीन खून के ज़रिए फेफड़ों में पहुँचता है वहाँ से यह दिमाग तक जाता है और फिर ब्रेन में मौजूद निकोटीन एसिटिलकोलीन रिसेप्टर को एक्टिवेट करता है।
एक्टिवेट हो चुके ये रिसेप्टर न्यूरोट्रांसमीटर डोपामाइन रिलीज करते हैं जिसका असर दिमाग के खास हिस्से पर देखने को मिलता है। यही डोपामाइन व्यक्ति को खुशी और संतोष का एहसास कराता है और इसी डोपामाइन की वजह से लत धीरे-धीरे बढ़ती जाती है।
नशे की लत आसानी से क्यों नहीं छूटती?
जब भी कोई इंसान सिगरेट या किसी भी तरह के नशे की लत से उबरना चाहता है तो उसे बहुत मुश्किल आती है। इसके पीछे का मुख्य कारण होता है उस नशे से मिलने वाली खुशी का एहसास। जब कोई शख्स नशा छोड़ना चाहता है तो उसे मिलने वाली खुशी के एहसास की रासायनिक चेन टूटने लगती है। दिमाग उस खुशी को फिर से पाना चाहता है और यही वजह है कि किसी भी शख्स के लिए नशे की लत को छोड़ना आसान नहीं होता है। लत एक जटिल समस्या है जिसके लिए अक्सर पेशेवर मदद की ज़रूरत होती है।