अनुवादक के अटके सुर, तो पीएम मोदी ने संभाला मोर्चा: ब्रिटिश पीएम बोले- हम एक-दूसरे को समझते हैं
punjabkesari.in Friday, Jul 25, 2025 - 04:19 PM (IST)

नेशनल डेस्क: हाल ही में लंदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के बीच हुई द्विपक्षीय वार्ता के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक बेहद दिलचस्प और सहज पल देखने को मिला। इस पल ने न सिर्फ दोनों नेताओं के बीच के तालमेल को दिखाया, बल्कि यह भी साबित किया कि भाषा की सीमाएं अच्छे रिश्तों में बाधा नहीं बनतीं।
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अनुवादक के अटकने पर पीएम मोदी का सहज अंदाज़
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब संवाददाताओं द्वारा पूछे गए सवालों और नेताओं के जवाबों का अनुवाद किया जा रहा था, तभी एक महिला अनुवादक ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की अंग्रेजी का हिंदी में अनुवाद करते समय थोड़ी अटक गईं। इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने तुरंत और बड़े ही सहज भाव से कहा, "कोई बात नहीं, आप चिंता मत कीजिए... हम बीच-बीच में अंग्रेज़ी शब्दों का इस्तेमाल कर सकते हैं।"
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#WATCH | "Don't bother, we can use English words in between. Don't worry about it," says PM Narendra Modi candidly as translations for questions and answers were made at their press statement and the journalists' questions that followed.
— ANI (@ANI) July 24, 2025
"I think we understand each other well,"… pic.twitter.com/VUe2wqQllG
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कीर स्टार्मर हुए पीएम मोदी के अंदाज़ पर फिदा
प्रधानमंत्री मोदी की इस टिप्पणी ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर का दिल जीत लिया। पीएम मोदी के इस दोस्ताना अंदाज़ पर वह मुस्कुरा उठे और जवाब में कहा, "मुझे लगता है कि हम एक-दूसरे को अच्छी तरह समझते हैं।" यह छोटा सा पल दोनों नेताओं के बीच अच्छी आपसी समझ और सहजता को दर्शाता है। यह बताता है कि भले ही वे अलग-अलग देशों और भाषाओं से हों, लेकिन उनके बीच संवाद और तालमेल कितना मजबूत है। यह घटना उनके द्विपक्षीय संबंधों में बढ़ते विश्वास और सहयोग का भी एक संकेत है।
भारत और ब्रिटेन के बीच ऐतिहासिक व्यापार समझौता
यह मजेदार संवाद ऐसे समय में हुआ है जब भारत और ब्रिटेन ने एक ऐतिहासिक Free Trade Agreement - FTA पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते से दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश को काफी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। प्रेस वार्ता में हुई यह घटना साफ करती है कि दोनों नेताओं के बीच का संवाद सिर्फ औपचारिक ही नहीं है, बल्कि यह आपसी समझ और सम्मान पर आधारित है। यह दर्शाता है कि भारत और ब्रिटेन, भले ही उनकी भाषाएं और संस्कृतियां अलग-अलग हों, फिर भी वे समान लक्ष्यों को पाने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। यह घटना दोनों देशों के बीच गहरे होते रिश्तों को भी उजागर करती है।