दो छात्र मरे... कई घर हुए तबाह, 7 मई से लेकर अभी तक क्या-क्या हुआ? विदेश मंत्रालय ने बताई हर बात

punjabkesari.in Friday, May 09, 2025 - 07:20 PM (IST)

नेशनल डेस्क: 7 मई की रात जब देश की अधिकांश आबादी चैन की नींद सो रही थी, तब जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों में मातम पसर गया। पाकिस्तानी सेना ने न केवल युद्धविराम का उल्लंघन किया, बल्कि भारतीय हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की नापाक कोशिश भी की। इस हमले में 2 भारतीय छात्रों की मौत हो गई और कई घर तबाह हो गए। भारत की ओर से चलाए गए जवाबी ऑपरेशन ‘सिंदूर’ ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया, लेकिन इसके बाद भी सीमा पार से उकसावे की कार्रवाई जारी रही। अब जब देश के नागरिकों के मन में कई सवाल हैं- आखिर पाकिस्तान ने ऐसा क्यों किया? भारत ने क्या प्रतिक्रिया दी? कितनी क्षति हुई और दुनिया इस पर क्या कह रही है। विदेश मंत्रालय ने प्रेस कांफ्रेस कर इस पूरे घटनाक्रम की स्पष्ट जानकारी दी गई है। आइए समझते हैं कि 7 मई से लेकर अब तक क्या-क्या हुआ....

7 मई की रात: जब पाकिस्तान ने रची साजिश

7 और 8 मई की दरम्यानी रात भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव अपने चरम पर था। पाकिस्तान की सेना ने भारत के पश्चिमी क्षेत्र में कई बार हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया। इसका मकसद भारत के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाना था। कर्नल सोफिया कुरैशी के अनुसार, पाकिस्तान ने इस हमले के लिए 300 से 400 ड्रोन का इस्तेमाल किया। इन ड्रोनों के ज़रिए 36 अलग-अलग स्थानों पर घुसपैठ की कोशिश की गई, लेकिन भारतीय वायुसेना ने समय रहते इनमें से कई ड्रोन मार गिराए।

ड्रोन हमले में तुर्की का दखल?

शुरुआती जांच में यह भी सामने आया है कि पाकिस्तान ने इस हमले के लिए तुर्की में बने ड्रोनों का इस्तेमाल किया। भारत की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान की सर्विलांस रडार प्रणाली को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया। इससे पाकिस्तान की सैन्य क्षमता को बड़ा नुकसान पहुंचा है।

ऑपरेशन सिंदूर: भारत का जवाब

भारत ने पहले ही 7 मई को "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को टारगेट कर मिसाइलें दागीं और उन्हें तबाह कर दिया था। इसी जवाबी कार्रवाई से बौखला कर पाकिस्तान ने रात में भारत के उत्तरी और पश्चिमी क्षेत्रों में ड्रोन और मिसाइल हमलों की कोशिश की। भारतीय वायुसेना ने S-400 एयर डिफेंस सिस्टम के जरिए इन सभी हमलों को नाकाम कर दिया। जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेनाओं ने संयम दिखाते हुए हमले को सीमित रखा, ताकि आम नागरिकों को कोई नुकसान न पहुंचे।

LOC पर भारी गोलीबारी, 2 छात्रों की मौत

पाकिस्तान की इस हमलावर कार्रवाई में जम्मू-कश्मीर के पुंछ और राजौरी में LOC के पास भारी गोलीबारी की गई। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बताया कि पुंछ में दो भारतीय छात्रों की मौत हो गई और कई घर तबाह हो गए। उरी, तंगधार, अखनूर और उधमपुर जैसे क्षेत्रों में भी गोलीबारी की खबरें हैं। इस गोलाबारी में भारत के कुछ सुरक्षाकर्मियों को चोटें आई हैं, वहीं जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है।

नागरिक विमानों की आड़ में हमला

एक चौंकाने वाला खुलासा विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने अपने हवाई क्षेत्र को बंद नहीं किया, बल्कि कराची और लाहौर जैसे बड़े शहरों में उड़ रहे पैसेंजर विमानों को ढाल की तरह इस्तेमाल किया। यह एक खतरनाक और गैर-जिम्मेदाराना हरकत है, जिससे न केवल पाकिस्तान बल्कि अंतरराष्ट्रीय हवाई उड़ानों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ गई।

विदेश मंत्रालय की सख्त चेतावनी

9 मई की शाम विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में विक्रम मिसरी, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने मिलकर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत युद्ध नहीं चाहता लेकिन आत्मरक्षा में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। पाकिस्तान की तरफ से की गई यह कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन है।


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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