Wedding Season: शादी का सीजन बदलेगा, सोना 47% महंगा! अब 24K-22K नहीं, नए कैरेट गोल्ड का ट्रेंड चलेगा भारत में
punjabkesari.in Friday, Sep 12, 2025 - 03:19 PM (IST)

नेशनल डेस्क: सोने की कीमतों में पिछले कुछ समय में रिकॉर्ड तोड़ वृद्धि ने न केवल लोगों के बजट को हिला कर रखा दिया है, बल्कि भारतीय शादियों की परंपराओं और रिवाजों को भी नई दिशा दी है। 24 कैरेट और 22 कैरेट सोने की जगह अब मार्केट में हल्के और किफायती कैरेट वाले गोल्ड की मांग तेजी से बढ़ रही है। इस बदलाव से शादी के ज्वेलरी ट्रेंड में बड़ा बदलाव आने वाला है, जो खासकर मीडिल क्लास परिवारों के लिए एक राहत की खबर साबित हो सकती है। आइए जानते हैं कैसे बढ़ती कीमतें भारतीय शादियों के रंग-रूप को बदल रही हैं और कौन से नए गोल्ड कैरेट आने वाले समय में छा सकते हैं।
रिकॉर्ड तोड़ कीमतें: सोना आम आदमी की पहुंच से दूर
2024 से 2025 के बीच सोने की कीमतों में 35,000 रुपये प्रति 10 ग्राम से अधिक की बढ़त देखी गई है। जहां सितंबर 2024 में 24 कैरेट गोल्ड की कीमत ₹75,930 थी, वहीं सितंबर 2025 तक यह बढ़कर ₹1,11,280 प्रति 10 ग्राम हो चुकी है। यह लगभग 47% की बढ़त है - यानी जिन परिवारों ने शादी के लिए सोना खरीदने की योजना बनाई थी, वे अब दोबारा अपने बजट की गणना कर रहे हैं।
शादी का बजट और सोने की दुविधा
एक सामान्य मध्यमवर्गीय परिवार का शादी में खर्च आमतौर पर 5 से 10 लाख रुपये तक होता है। पहले इस बजट में 20 से 40 ग्राम सोना आराम से खरीदा जा सकता था। लेकिन अब, वही सोना केवल आधी मात्रा में आ रहा है।
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पहले 20 ग्राम सोना = ₹1.5 लाख
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अब 20 ग्राम सोना = ₹2.2 लाख से ज्यादा
इसका मतलब ये हुआ कि या तो गहनों की मात्रा कम करनी पड़ेगी, या शादी के बाकी खर्चों में कटौती करनी होगी।
परंपरा बनाम बदलाव: क्या कहती है आज की पीढ़ी?
शहरों में रहने वाले युवाओं की सोच अब पारंपरिक से थोड़ा अलग हो रही है। वे भारी गहनों की जगह हल्के और फैशनेबल विकल्प चुन रहे हैं। अब शादी का फोकस सिर्फ गहनों पर नहीं, बल्कि फोटोग्राफी, लोकेशन, आउटफिट और हनीमून पैकेज जैसी चीजों पर भी शिफ्ट हो गया है। ऐसे में परिवारों को सोचना पड़ रहा है कि गहनों पर कितना खर्च किया जाए।
क्या हैं सोने के बदलते विकल्प?
महंगाई के इस दौर में लोगों ने अपनी रणनीति बदलनी शुरू कर दी है। अब गहनों के नए विकल्प तलाशे जा रहे हैं जो परंपरा भी निभाते हैं और जेब पर भी हल्के हैं:-
1. मिनिमल ज्वेलरी का चलन
भारी हार और कंगनों की जगह स्लिम नेकलेस, डेली वियर रिंग्स, और छोटे ब्रेसलेट्स ने ले ली है। ये दिखने में सुंदर भी होते हैं और बजट में भी फिट बैठते हैं।
2. 18K और 14K ज्वेलरी
22K और 24K गोल्ड की कीमतों से बचने के लिए लोग अब कम कैरेट के गहनों की ओर बढ़ रहे हैं। इससे कीमत भी कम आती है और डिजाइनों में भी विविधता मिलती है।
3. गोल्ड प्लेटेड या इमीटेशन ज्वेलरी
शादी जैसे आयोजनों में आजकल हाई-क्वालिटी नकली गहनों का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है। ये देखने में असली जैसे लगते हैं और कई बार इन्हें पहचानना भी मुश्किल होता है।
4. सिल्वर और प्लैटिनम का आकर्षण
कुछ लोग सोने के विकल्प के रूप में अब सिल्वर और प्लैटिनम को चुन रहे हैं। खासकर शहरी जोड़े, जो ट्रेंडी और यूनिक लुक चाहते हैं, वे पारंपरिक गोल्ड की जगह इन विकल्पों को प्राथमिकता दे रहे हैं।
ज्वेलर्स की रणनीति में भी बदलाव
सोने की ऊंची कीमतों ने ज्वेलरी बाजार पर भी असर डाला है। कई ज्वेलर्स अब किस्तों पर गहने देने की स्कीम चला रहे हैं, ताकि लोग धीरे-धीरे भुगतान कर सकें। इसके अलावा कुछ दुकानदार ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए मेकिंग चार्ज में छूट और फेस्टिव ऑफर्स दे रहे हैं।
GST और टैक्स का असर
गहनों की कीमतों में 3% जीएसटी और 5% मेकिंग चार्ज का बोझ भी जुड़ जाता है, जिससे ग्राहक को फाइनल बिल और भी ज्यादा भारी लगता है। ऐसे में अब लोग गहनों की क्वांटिटी और क्वालिटी के बीच संतुलन साधने की कोशिश कर रहे हैं।