porsche car crash : कार हादसे को लेकर आई बड़ी खबर, आरोपी के पिता पर लिया गया ये एक्शन

punjabkesari.in Wednesday, May 22, 2024 - 08:09 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पुणे के एक प्रमुख बिल्डर विशाल अग्रवाल को हाल ही में अपने बेटे के साथ हुई हाई-प्रोफाइल दुर्घटना के बाद स्याही हमले का सामना करना पड़ा। यह घटना अग्रवाल के बेटे के कथित तौर पर एक बड़ी कार दुर्घटना में शामिल होने के बाद हुई है, जिसने मीडिया का महत्वपूर्ण ध्यान और सार्वजनिक जांच हासिल की है। वहीं अब पुलिस ने आरोपी के पिता को 5 दिन की हिरासत में भेज दिया है।

विशाल अग्रवाल को आज पुणे सेशन कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने आरोपी के पिता की 7 दिन की कस्टडी मांगी थी। कोर्ट के सामने दलील देते हुए सरकारी वकील ने पक्ष रखा कि अभिभावक द्वारा पब में जाने की अनुमति दी गई। ड्राइविंग लाइसेंस न होने के बावजूद भी उसे गाड़ी दी गई। आरोपी विशाल अग्रवाल ने अपने नाबालिग बेटे को जो कार दी वह बिना नंबर प्लेट की थी। पुलिस इस मामले की जांच करना चाहती है कि विशाल अग्रवाल द्वारा उनके आरोपी बेटे को डेबिट और क्रेडिट कार्ड के अलावा कितने पैसे दिए गए थे।

लोगों ने फेंकी स्याही

वहीं लोगों का गुस्सा सिर चढ़कर बोल रहा है। आरोपी के पिता विशाल अग्रवाल को जब कोर्ट ले जाया जा रहा था तो लोगों ने उस पर स्याही फेंकी। मामला बढ़ने के बाद पुलिस भी एक्टिव हुई और कोर्ट में नाबालिग आरोपी को बालिग मानकर केस चलाने की मांग की। इस मामले में ये फैसला आया है। वहीं स्याही फेंकने वाला हमला वंदे मातरम संगठन के सदस्यों ने किया था। पुलिस ने प्रदर्शन में शामिल कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है।

बता दें कि कथित तौर पर नशे में धुत्त 17 वर्षीय लड़के द्वारा चलाई जा रही तेज रफ्तार पोर्श की मोटरसाइकिल से टक्कर होने और दो युवा सॉफ्टवेयर इंजीनियरों की मौत के दो दिन बाद, पुणे पुलिस ने नाबालिग के पिता विशाल अग्रवाल सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए अन्य चार लोग दो पबों, BLAK (मैरियट सुइट्स में) और कोसी के मालिक और अधिकारी हैं, जहां नाबालिग को कथित तौर पर शराब परोसी गई थी।

रियल एस्टेट डेवलपर है विशाल

विशाल अग्रवाल पुणे में महत्वपूर्ण उपस्थिति वाले एक प्रसिद्ध रियल एस्टेट डेवलपर हैं। उनके पारिवारिक व्यवसाय, ब्रह्मा कॉर्प का निर्माण उद्योग में एक लंबा इतिहास रहा है, जिसकी स्थापना नाबालिग आरोपी के परदादा, ब्रह्मदत्त अग्रवाल ने की थी।

ब्रह्मा कॉर्प की स्थापना 1982 में राम कुमार अग्रवाल और उनके परिवार के सदस्यों द्वारा एक साझेदारी फर्म के रूप में की गई थी। इसे मार्च 2012 में एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के रूप में और बाद में अक्टूबर 2013 में एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी के रूप में पुनर्गठित किया गया था। कंपनी आठ चालू और तीन आगामी परियोजनाओं के साथ पुणे और उसके आसपास वाणिज्यिक और आवासीय रियल एस्टेट विकास में माहिर है।

रियल एस्टेट के अलावा, ब्रह्मा कॉर्प दो पांच सितारा होटल संचालित करता है- महाबलेश्वर में ली मेरिडियन और पुणे में ग्रैंड शेरेटन। कंपनी के मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड और ब्रांड पहचान ने बाजार में इसकी प्रतिष्ठा मजबूत की है। अग्रवाल परिवार ब्रह्मा मल्टीस्पेस और ब्रह्मा मल्टीकॉन जैसे व्यवसायों का भी मालिक है। आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, विशाल अग्रवाल के स्वामित्व वाली विभिन्न कंपनियों की कुल संपत्ति लगभग 601 करोड़ रुपये है।

उधर,  महाराष्ट्र परिवहन आयुक्त विवेक भीमनवार ने कहा कि 17 वर्षीय लड़के, जिसने पुणे में अपनी पोर्श कार से दो मोटरसाइकिल सवार आईटी पेशेवरों को मार डाला, को 25 साल की उम्र तक ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने से रोक दिया जाएगा। राज्य परिवहन अधिकारियों ने भी कहा है पोर्शे टायकन का स्थायी पंजीकरण मार्च से लंबित था क्योंकि मालिक ने 1,758 रुपये का शुल्क नहीं चुकाया था।
 


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Content Writer

Anu Malhotra

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