H1-B visa : अमेरिका से 1 लाख से ज्यादा भारतीयों की वापसी! नए वीजा नियमों से बढ़ी चिंता
punjabkesari.in Friday, Mar 07, 2025 - 12:52 PM (IST)

वॉशिंगटन: अमेरिका में वीजा नीतियों में बदलाव के चलते हजारों भारतीय परिवारों के लिए चिंता बढ़ गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की नई इमिग्रेशन नीति के कारण एच1-बी वीजा धारकों के बच्चों के लिए अमेरिका में रहने की चुनौतियां बढ़ गई हैं। एक अनुमान के मुताबिक, अमेरिका में मौजूद एक लाख से अधिक भारतीय बच्चों को अपने माता-पिता के साथ भारत लौटने का खतरा है, क्योंकि वे 21 साल की उम्र पार करने के बाद अपने मौजूदा वीजा पर नहीं रह सकते।
क्या है नया संकट?
अब तक अमेरिकी इमिग्रेशन नीति के तहत ऐसे बच्चों को 21 साल की उम्र के बाद नया वीजा स्टेटस चुनने के लिए दो साल का समय दिया जाता था। लेकिन ट्रम्प प्रशासन के नए नियमों और हाल के अदालती फैसलों से इस प्रावधान के खत्म होने की संभावना बढ़ गई है। इससे प्रभावित होने वालों में 1.34 लाख भारतीय बच्चे शामिल हैं, जिनके माता-पिता अभी भी ग्रीन कार्ड के इंतजार में हैं।
टेक्सास कोर्ट के फैसले का असर
हाल ही में टेक्सास की एक अदालत ने नए आवेदकों के लिए ‘बाल्यावस्था आगमन के लिए स्थगित कार्रवाई (DACA)’ के तहत कार्य परमिट जारी करने पर रोक लगा दी है। इस फैसले ने भारतीय परिवारों के लिए अनिश्चितता बढ़ा दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे उन भारतीय युवाओं पर गहरा असर पड़ेगा, जो अमेरिका में पले-बढ़े हैं और अब अचानक वापसी के लिए मजबूर हो सकते हैं।
भारतीयों के लिए अमेरिका में उपलब्ध वीजा विकल्प
B-1/B-2 विजिटर वीजा – पर्यटन या व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए
C-1 ट्रांजिट वीजा – अमेरिका से होकर किसी अन्य देश जाने के लिए
D क्रू मेम्बर वीजा – समुद्री जहाज या विमान के क्रू मेंबर्स के लिए
H-1B वर्क वीजा – तकनीकी और विशेष विशेषज्ञता वाले पेशेवरों के लिए
L1 इंट्राकंपनी ट्रांसफर वीजा – किसी कंपनी के आंतरिक ट्रांसफर के तहत कर्मचारियों के लिए
J1 एक्सचेंज विजिटर वीजा – सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रमों में भाग लेने वालों के लिए
अमेरिकी वीजा नीतियों में यह बदलाव भारतीयों के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकता है, खासकर उन युवाओं के लिए जो अमेरिका में पढ़ाई कर रहे हैं या काम की संभावनाएं तलाश रहे हैं।