बेंगलुरु भगदड़ मामले में विराट कोहली भी जिम्मेदार! कर्नाटक सरकार ने हाईकोर्ट को सौंपी रिपोर्ट
punjabkesari.in Thursday, Jul 17, 2025 - 11:03 AM (IST)

नेशनल डेस्क: बेंगलुरु में 4 जून को IPL टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की जीत का जश्न मनाने के दौरान बड़ी भगदड़ मची थी। इस घटना में 11 लोगों की मौत हुई और कई घायल हुए। इस मामले में कर्नाटक सरकार ने अब हाईकोर्ट में विस्तृत रिपोर्ट सौंपी है। रिपोर्ट में कई गंभीर लापरवाहियों का खुलासा हुआ है और सबसे खास बात यह है कि इस पूरी घटना में RCB के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली का नाम भी सामने आया है। सरकार की रिपोर्ट के अनुसार DNA Networks Pvt. Ltd ने 3 जून को पुलिस को केवल सूचना दी थी लेकिन जरूरी अनुमति नहीं ली थी। पुलिस ने इसलिए अनुमति देने से मना किया था। इसके बावजूद RCB ने 4 जून को सोशल मीडिया पर अचानक से जीत के जश्न का कार्यक्रम घोषित कर दिया। विराट कोहली ने एक वीडियो में फैन्स से कहा कि वे मुफ्त में इस जश्न में आएं। इस कारण लाखों की भीड़ जमा हो गई जो आयोजकों और प्रशासन के लिए संभालना मुश्किल हो गया।
तीन लाख से ज्यादा लोगों की भीड़, भारी अव्यवस्था
रिपोर्ट में कहा गया है कि जश्न के लिए उम्मीद से बहुत ज्यादा लोग जमा हो गए। भीड़ इतनी बड़ी थी कि नियंत्रण करना नामुमकिन हो गया। उस दिन स्टेडियम के बाहर भारी भगदड़ मच गई। अधिकारियों के बीच समन्वय की कमी थी और गेट खोलने में भी देरी हुई। अचानक 3:14 बजे आयोजकों ने घोषणा की कि प्रवेश के लिए पास जरूरी होगा। इस घोषणा से भीड़ में अफरातफरी फैल गई जिससे भगदड़ की स्थिति बनी।
पुलिस और आयोजकों की चूकें, RCB और KSCA की जिम्मेदारी
रिपोर्ट में RCB, DNA Networks और कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (KSCA) के बीच कामकाज में भारी कमी बताई गई है। सही योजना न होने और समन्वय की कमी के कारण भगदड़ जैसी आपदा हुई। पुलिस ने छोटी और सीमित अनुमति दी थी ताकि हालात खराब न हों, लेकिन उस वक्त तक भीड़ ने सबकुछ तबाह कर दिया। भगदड़ में सात पुलिसकर्मी भी घायल हुए।
बाद की कार्रवाई और सजा
इस हादसे के बाद मजिस्ट्रेट और न्यायिक जांच शुरू की गई। FIR दर्ज हुई और कुछ पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई हुई। मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव को निलंबित कर दिया गया और इंटेलिजेंस प्रमुख का तबादला किया गया। मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने का भी ऐलान किया गया है ताकि उन्हें आर्थिक मदद मिल सके। इसके अलावा सुरक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं।