भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता ने केजरीवाल और सिसोदिया के खिलाफ दायर किया मानहानि का मामला
punjabkesari.in Tuesday, Jun 04, 2019 - 08:31 PM (IST)
नई दिल्ली: दिल्ली भाजपा के नेता विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर उनकी छवि ‘धूमिल' करने का आरोप लगाते हुए मानहानि का मामला दायर किया। केजरीवाल और सिसोदिया ने गुप्ता पर आप प्रमुख की ‘हत्या की साजिश' रचने वालों में शामिल होने का आरोप लगाया था। सुनवाई के लिए यह मामला छह जून को अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट समर विशाल के समक्ष आएगा।
गुप्ता दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं। अपनी शिकायत में उन्होंने केजरीवाल और सिसोदिया से एक करोड़ रुपए का हर्जाना मांगा है। साथ ही मुकदमा लड़ने का खर्च भी मांगा है। उन्होंने दावा किया कि आम आदमी पार्टी (आप) नेताओं के इस बयान पर चौतरफा ट्वीट की बाढ़ और खबरों से उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है और इसके लिए उन्होंने (आप नेताओं ने) कोई ग्लानि या खेद नहीं जताया है। गुप्ता ने शिकायत में दावा किया, ‘आरोपी व्यक्तियों ने शिकायतकर्ता, भाजपा, उसके नेताओं एवं कार्यकर्ताओं की छवि को जबरदस्त नुकसान पहुंचाया है और आरोपियों ने उनके एवं भाजपा के खिलाफ ओछे एवं अपमानजनक बयानों से उनकी प्रतिष्ठा धूमिल की तथा मानहानि की।'
उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपियों ने उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल करने, छवि खराब करने और 2019 के आम चुनाव में ओछे राजनीतिक लाभ लेने के लिए ‘निहित स्वार्थ' के चलते बयान दिए । उन्होंने दावा किया, ‘यह भी स्पष्ट है कि इसी मंशा और अपने एजेंडा को पूरा करने के लिए शिकायतकर्ता के खिलाफ गलत बयान दिए गए।
'गुप्ता ने कहा कि उन पर लगा केजरीवाल की हत्या के प्रयास का आरोप दुर्भावनापूर्ण, जानबूझकर किया गया और मानहानिकारक है। उन्होंने कहा, ‘‘ये आरोप न सिर्फ भद्दे और अशांत करने वाले हैं बल्कि ये पीड़ा पहुंचाने वाले और मानहानिकारक भी हैं। शिकायतकर्ता जाने या अनजाने में भी नुकसान पहुंचाने अथवा जानबूझकर केजरीवाल की हत्या के बारे में सोच भी नहीं सकता।'
गुप्ता ने केजरीवाल और सिसोदिया को एक सप्ताह पहले कानूनी नोटिस भेजकर उनसे माफी मांगने के लिये कहा था। दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता ने कहा,‘मैंने उनके (केजरीवाल और सिसोदिया के) खिलाफ पटियाला हाउस अदालत में मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया है क्योंकि उन्होंने मेरे कानूनी नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया।'